प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों का अफ्रीकी दौरा संपन्न कर शनिवार सुबह नई दिल्ली लौटे. एयरपोर्ट पर उनका स्वागत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने किया. इस दौरे पर वह दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल हुए और उन्होंने चीन और रूस के राष्ट्रपतियों सहित कई वैश्विक नेताओं से द्विपक्षीय मुलाकात की.
PM Narendra Modi arrives in Delhi after concluding his three-nation visit to Rwanda, Uganda and South Africa, received by EAM Sushma Swaraj. pic.twitter.com/j5dGlGvBnD
— ANI (@ANI) July 27, 2018
मोदी ने ट्वीट किया कि ब्रिक्स सम्मेलन के शानदार आयोजन के लिए राष्ट्रपति सायरिल रामाफोसा और दक्षिण अफ्रीका की जनता का आभार. सम्मेलन में विचार विमर्श फायेदमंद रहा. मुझे अन्य वैश्विक नेताओं से बात करने तथा द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा करने का भी अवसर मिला.
अपनी यात्रा के अंतिम चरण में मोदी ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया, जहां वह ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल हुए और उन्होंने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग , रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन , दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति रामाफोसा , तुर्की के राष्ट्रपति रिकेप तायिप इर्दोगन और अन्य नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी कीं.
इससे पहले , मोदी दो दिन के दौरे पर रवांडा गए थे और वह इस पूर्वी अफ्रीकी देश जाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री बने. रवांडा से मोदी उगांडा के दौरे पर गये जो 1997 से किसी भारतीय प्रधानमंत्री का पहला द्विपक्षीय दौरा था.
न्यू वर्ल्ड ड्रीम की योजना को ब्रिक्स सदस्य देशों से साझा किया
पीएम मोदी के न्यू वर्ल्ड का सपना टेक्नोलॉजी रिवॉल्यूशन पर टिका है, जहां हर काम तकनीक के जरिए आसान बनाया जाएगा. न्यू वर्ल्ड में शिक्षा से लेकर मार्केट और दफ्तर तक ऑनलाइन होंगे. टेक्नोलॉजी रिवॉल्यूशन के जरिए रोबोटिक, आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस, ब्लॉक चैन, नैनो-टेक्नोलॉजी, क्वांटम कम्प्यूटिंग, बायो-टेक्नोलॉजी, थ्रीडी प्रिंटिंग और ऑटोनोमस व्हिकल्स को बढ़ावा दिया जाएगा.
अब भारत दुनिया में टेक्नोलॉजी रिवॉल्यूशन लाने के लिए ब्रिक्स के सदस्य देशों के साथ मिलकर काम करेगा. गुरुवार को दक्षिण अफ्रीका में 10वें ब्रिक्स समिट में पीएम मोदी ने दुनिया को और बेहतर बनाने में टेक्नोलॉजी, कौशल विकास और बहुपक्षीय सहयोग के महत्व पर बल दिया. मोदी ने कहा कि दुनिया में विकसित की जा रही नई टेक्नोलॉजी और परस्पर संपर्क के डिजिटल तरीके हमारे लिए अवसर भी हैं और चुनौती भी.