बीजेपी में नरेंद्र मोदी और वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी के बीच की दूरियां किसी से भी छुपी नहीं हैं, अब सुषमा स्वराज से भी मोदी नाखुश हो गए हैं. मोदी ने सुषमा स्वराज के विदेशी मूल बयान पर नाराजगी जताई है.
सूत्रों की माने तो शुक्रवार को मोदी ने राजनाथ सिंह से कहा कि देश में महंगाई और भ्रष्टाचार जैसे बड़े मुद्दे हैं. ऐसे में विदेशी मूल का मुद्दा उठाने का कोई मतलब नहीं. मोदी ने कहा कि विदेशी मूल का मुद्दा अब पुराना हो चुका है.
वहीं बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार चुने जाने के बाद मोदी चुनावी बिगुल बजाने की तैयारी में हैं. मोदी ने शुक्रवार की रात पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह और आरएसएस के वरिष्ठ नेता सुरेश सोनी से मुलाकात की.
इस मीटिंग के दौरान पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर पार्टी की रणनीत पर चर्चा की गई और साथ ही अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए रोडमैप पर भी बात की गई.
मोदी इस शनिवार और रविवार को दिल्ली में ही रहेंगे और आने वाले चुनावों को लेकर रणनीति बनाएंगे. इस दौरान शुक्रवार रात को राजनाथ सिंह के घर पर इनकी काफी लंबी मीटिंग चली. मीटिंग में मुजफ्फरनगर दंगों पर भी चर्चा की गई. मोदी आने वाले सप्ताह में उत्तर प्रदेश के कई शहरों में 9 बड़ी रैलियां निकालेंगे. उत्तर प्रदेश से बीजेपी को काफी उम्मीदें हैं. 29 सितंबर को मोदी दिल्ली में भी एक रैली को संबोधित करेंगे.
इसके अलावा मोदी ने प्रचार समिति के अध्यक्ष पद छोड़ने की भी पेशकश की. मोदी को पार्टी ने प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है. अभी ये तय नहीं किया है कि मोदी के बाद प्रचार समिति का अध्यक्ष कौन बनेगा.