बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की 8 नवंबर को बहराइच में होने वाली रैली के मद्देनजर सुरक्षा एजेंसियां खासतौर पर सतर्क हो गई हैं. 27 अक्टूबर को पटना में मोदी की रैली के दौरान शहर में हुए बम धमाकों के बाद सुरक्षा एजेंसियां किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं बरतना चाहती हैं.
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), इंटेलीजेंस ब्यूरो (आईबी) और यूपी एटीएस समेत कई सुरक्षा एजेंसियों ने बहराइच रैली में सुरक्षा के इंतजाम को लेकर जरूरी कवायद शुरू कर दी है. यूपी एसटीएफ के आईजी आशीष गुप्ता मानते हैं कि मोदी की बहराइच में होने वाली रैली के लिए आईबी ने खास इनपुट दिया है. हालांकि इसकी सूचना देने से गुप्ता ने इनकार किया है.
इतना जरूर है कि मोदी की बहराइच समेत आने वाली सभी रैलियां सुरक्षा के लिहाज से अब बेहद संवेदनशील हो गई हैं. सूत्रों के अनुसार आईबी ने जानकारी दी है कि आतंकी सुरक्षा कर्मियों की वेशभूषा में मोदी की रैलियों में पहुंचने की कोशिश कर सकते हैं. लिहाजा कार्यक्रम स्थल के इर्द-गिर्द हाई सिक्युरिटी कवच बनाने के निर्देश स्थानीय अफसरों को दी गई है. आईजी ने बताया कि रैली स्थल पर एंटी माइनिंग, बम डिस्पोजल यूनिट और अन्य सुरक्षा उपकरणों से जांच का काम हो रहा है.
आईबी राज्य की सुरक्षा एजेंसियों से लगातार संपर्क बनाए हुए है. साथ ही एजेंसी के सदस्य भी सुरक्षा के मद्देनजर रैली स्थल पर मौजूद रहेंगे. बहराइच रैली इसलिए भी सर्वाधिक संवेदनशील है क्योंकि यह शहर नेपाल की सीमा पर मौजूद है और आतंकी गुटों के कई सदस्य नेपाल में पनाह लिए हुए हैं. पटना में हुए बम धमाके में आतंकियों ने छात्रों का उपयोग बम रखवाने में किया था. नेपाल से सटे जिले बहराइच, सिद्घार्थनगर, महाराजगंज में इतनी गरीबी है कि आतंकी किसी को भी हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं.
पाकिस्तान में बैठकर इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) का संचालन कर रहे आतंकी रियाज भटकल और नेपाल में बैठकर भारत विरोधी गतिविधियों में जुटे आतंकी तहसीन को इस्लामिक संघ नेपाल और पापुलर्स प्रोग्रेसिव ग्रुप ऑफ इंडिया से भी समर्थन मिल रहा है. आईबी ने इसकी रिपोर्ट राज्य सरकार को दी है.
इसीलिए संबंधित आतंकियों की तस्वीरें सार्वजनिक स्थलों पर अभी से चिपकाई जा रही हैं ताकि इनकी गतिविधियों की सूचना मिल सके. नेपाल बॉर्डर से लगे जिलों में स्थानीय पुलिस, सीमा सुरक्षा बल और खुफिया इकाई के लोग एक-एक गतिविधि पर नजर रखे हुए हैं. बहराइच में नानपारा रोड पर मिनहा घाट (सुहेलदेव रैली स्थल) के अलावा उन रास्तों को भी निगरानी की जद में लाया गया है जिनसे होकर लोग रैली में शामिल होने आएंगे.