राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर भरपूर निशाना साधा. मोदी ने मनमोहन की तारीफ तो की लेकिन उनपर तंज भी कसे
मोदी ने कहा कि पिछले सत्र में मनमोहन सिंह जी ने अपने विचार रखे थे. अभी शायद एक किताब निकली है. उसकी फॉरवर्ड डॉक्टर साहब (मनमोहन सिंह) ने लिखी है. पता चला कि किताब उन्होंने नहीं किसी और ने लिखी. उनके भाषण में भी मुझे ऐसा लगा. शायद...(मोदी ये कहकर ही रुक गए और विपक्षी कांग्रेस सदस्यों ने हंगामा करना शुरू कर दिया)...इसपर मोदी ने कहा कि जो शब्द मैं बोला भी नहीं वे ये समझ गए. ये गजब की बात है.
मोदी ने कहा कि मनमोहन सिंह जी पूर्व पीएम हैं, आदरणीय हैं. पिछले 30-35 साल से भारत के आर्थिक फैसलों के साथ उनका सीधा संबंध रहा है. आधा समय उनका ही दबदबा था, ऐसा देश में कोई नहीं रहा होगा. लेकिन हम राजनेता मनमोहन सिंह से सीख सकते हैं. मनमोहन पर कभी कोई दाग नहीं लगा. बाथरूम में रेनकोट पहन कर नहाना ये कला मनमोहन जी के अलावा कोई नहीं जानता.
मनमोहन ने राज्यसभा में नोटबंदी पर क्या कहा था?
1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पूछना चाहता हूं कि वह किसी ऐसे देश का नाम बताएं, जहां लोगों ने बैंक में अपने पैसा जमा कराए हैं लेकिन वे उसे निकाल नहीं सकते.
2. अब तक 65 लोगों की नोटबंदी के चलते मौत हो चुकी है, जो कष्टदायक है.
3. अब करेंसी सिस्टम में लोगों को भरोसा कम हुआ है.
4. देश की अर्थव्यवस्था भी कमजोर हुई है.
5. किसानों और छोटे उद्योगपतियों को नुकसान पहुंचा है.
6. हम नोटबंदी के खिलाफ नहीं है पर लोगों को हो रही समस्याओं का समाधान जरूरी है.
7. हर दिन नए नियम बनाना सही नहीं है. पीएमओ फैसले को लागू कराने मे असफल रहा.
8. नोटबंदी से जीडीपी में 2 फीसदी गिरावट आई है.