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PM उम्मीदवारी पर अड़े नरेंद्र मोदी!, आडवाणी को मनाने की कोशिशें जारी

रविवार को भारतीय जनता पार्टी की कार्यकारिणी का आखिरी दिन है. आडवाणी की गैरहाजिरी में नरेंद्र मोदी को बीजेपी की चुनावी कमान मिलना तय माना जा रहा है. खबरें हैं कि मोदी के नाम पर संघ की सहमति मिल गई है.

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नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

रविवार को भारतीय जनता पार्टी की कार्यकारिणी का आखिरी दिन है. आडवाणी की गैरहाजिरी में नरेंद्र मोदी को बीजेपी की चुनावी कमान मिलना तय माना जा रहा है. खबरें हैं कि मोदी के नाम पर संघ की सहमति मिल गई है.

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हालांकि, इन सबके के बीच एक और नया पेंच सामने आया है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि मोदी ने बीजेपी नेताओं पर दबाव बनाया है कि रविवार को ही पीएम पद के उम्मीदवार का भी ऐलान होना चाहिए. इसके बाद देर रात पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई.

मोदी सर्मथकों की भी मांग है कि गुजरात के मुख्यमंत्री को पीएम उम्मीदवार के लिए प्रोजेक्ट किया जाए. हालांकि मोदी खेमे की इस मांग को फिलहाल राजनाथ सिंह ने टाल दिया है.

वहीं, आडवाणी को मनाने की कवायद भी जारी है. रविवार को बैठक शुरू होने से पहले राजनाथ सिंह ने आडवाणी से फोन पर बात की. सूत्रों की मानें तो इस दौरान राजनाथ ने आडवाणी को आज होने वाले ऐलान की जानकारी दी.

कार्यकारिणी की बैठक में हर किसी की नजरें गड़ी हैं आज लिए जाने वाले फैसलों पर. माना जा रहा है कि आज ही गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी को लेकर बड़ा एलान तय माना जा रहा है.

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सूत्रों की माने तो आज पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह नरेंद्र मोदी को बीजेपी चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष घोषित कर सकते हैं. इसका सीधा मतलब ये हुआ कि 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की कमान नरेंद्र मोदी के हाथों में ही होगी. मोदी की ताकत को बढ़ाए जाने को लेकर पार्टी के भीतर समर्थन बढ़ता ही जा रहा है.

हालांकि लालकृष्ण आडवाणी समेत पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं ने किन्हीं वजहों से अपने आपको को गोवा कार्यकारिणी से दूर रखा. लेकिन सूत्र बताते हैं कि बावजूद इसके संघ ने राजनाथ सिंह से कहा है कि मोदी को कैंपेन कमिटी का प्रमुख बनाने का फैसला इसी बैठक में कर लिया जाए.

वैसे राजनाथ सिंह लगातार फोन से आडवाणी के संपर्क में हैं और माना जा रहा है कि मोदी के नाम पर आडवाणी को मनाने की कोशिशें लगातार जारी हैं. खबर है कि एक ऐसा रास्ता निकालने की जुगत भिड़ाई जा रही है कि जिसमे आडवाणी का सम्मान भी बचा रहे और मोदी की ताकत में भी इजाफा हो सके.

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