प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को अपने सहयोगी दल के नेताओं से मुलाकात करेंगे. मौका दिवाली मिलन समारोह का है. प्रधानमंत्री आवास पर शाम 4 बजे से 6 बजे के बीच चाय पार्टी का कार्यक्रम रखा गया है. इसमें सभी सहयोगी दलों को बुलावा भेजा गया है, खास बात ये है कि इस लिस्ट में शिवसेना भी शामिल है.
संपादकों से संवाद के बाद प्रधानमंत्री के लिए अब पार्टी पॉलिटिक्स का समय है. उन सहयोगी के साथ, जिनके साथ सत्ता का सपना देखा था. वो सहयोगी जिनके साथ विपक्ष में रहते हुए संघर्ष किया था. उन सबको पीएम ने चाय पर बुलाया है.
मन की बात करने में यकीन रखने वाले मोदी इस मौके पर अपने सहयोगी दलों के नेताओं से दिल खोलकर बातें करेंगे. दरअसल पिछले एक साल के दौरान देश की राजनीति में धूमकेतु की तरह छा जाने वाले नरेंद्र मोदी का कद बहुत बढ़ गया है. मोदी ने राजनीति की राह में सफलता की वो सीढ़ियां चढ़ी हैं जो किसी के लिए भी सपने जैसा हो सकता है. अचानक बढ़ते कद के साथ कभी-कभी साथियों से दूरी बढ़ने की आशंका भी बढ़ जाती है. हाई टी पार्टी शायद इसी आशंका को खत्म करने की कोशिश है.
एनडीए दलों के नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हाई टी पार्टी सात रेसकोर्स रोड पर ही रखी गई है. इन दो घंटों के दौरान प्रधानमंत्री सहयोगी दलों से औपचारिक और अनौपचारिक दोनों तरह से बात करेंगे. माना जा रहा है कि पहले तो सार्वजनिक तौर पर पीएम नेताओं को संबोधित करेंगे. इसके बाद वो मंच से नीचे आएंगे और एक एक कर सभी नेताओं से बात करेंगे.
बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खासियत है कि वो सीधा संवाद करते हैं. जाहिर है इस दौरान बातचीत में सरकार को लेकर पिछले पांच महीने के काम का जिक्र भी होगा. चुनौतियों पर भी बात होगी. उपलब्धियों की भी चर्चा होगी.'
उद्धव ठाकरे नहीं लेंगे चाय की चुस्की
इस हाई टी पार्टी के लिए सभी सहयोगी दलों को बाकायदा प्रधानमंत्री की तरफ से न्यौता भेजा गया है. सहयोगी दलों के सभी सांसदों को सीधे प्रधानमंत्री की ओर से निमंत्रण है. सबसे खास बात ये है कि महाराष्ट्र में अलग-अलग चुनाव लड़ने के बावजूद शिवसेना को भी न्यौता दिया गया है.
सूत्रों के मुताबिक उद्धव ठाकरे पार्टी में शामिल नहीं होंगे लेकिन उनके दल के बाकी सांसद प्रधानमंत्री का न्यौता कुबूल कर चुके हैं. इसके अलावा बीजेपी के अध्यक्ष और मोदी का दाहिना हाथ माना जाने वाले अमित शाह को खास तौर पर बुलावा भेजा गया है. इस पार्टी में बीजेपी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों को भी निमंत्रण दिया गया है. इसमें पार्टी के महासचिव और सचिव के अलावा प्रवक्ता भी शामिल हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस हाई टी पार्टी में शिवसेना के अलावा जिन सहयोगियों पर नजर होंगी. उसमें शिरोमणि अकाली दल, लोक जनशक्ति पार्टी, तेलगू देशम पार्टी, और अपना दल शामिल हैं.
शाकाहारी नाश्ते का होगा दबदबा
प्रधानमंत्री की इस हाई टी पार्टी को लेकर खासतौर पर तैयारियां भी की जा रही है. प्रधानमंत्री आवास के भीतर पार्टी के लिए जोरदार इंतजाम किया जा रहा है. मेन्यू भी फाइनल हो चुका है. प्रधानमंत्री के अन्य प्रोग्राम की तरह यहां भी शाकाहारी नाश्ते का ही दबदबा होगा.
चाय और कॉफी के अलावा स्नैक्स का खासतौर पर इंतजाम किया गया है. इसमें कई तरह के नमकीन और बिस्किट के अलावा सैंडविच भी परोसा जाएगा. माना ये भी जा रहा है कि एनडीए के नेता यहां ढोकला, खांडवी और फाफड़ा का भी स्वाद ले सकेंगे. इसके साथ ही उत्तर भारतीय नाश्ते में ज्यादातर इस्तेमाल होने वाले इमरती और समोसा जैसा आइटम भी यहां परोसा जा सकता है. प्रधानमंत्री की इस पार्टी में जूस और सॉफ्ट ड्रिंक को भी बाकायदा जगह दी गई है.
जाहिर है एनडीए नेताओं के इस दिवाली मिलन समारोह को जायकेदार बनाने का पूरा इंतजाम किया गया है. चाय की चुस्की और स्नैक्स की ताजगी के साथ साथ यहां सियासत पर भी चर्चा खूब होगी.