प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका यात्रा के दौरान 15 शीर्ष अमेरिकी उद्योगपतियों से मिलेंगे. इसमें गूगल, बोइंग और जनरल इलेक्ट्रिक के शीर्ष कार्यकारी शामिल हैं. भारत की ज्यादा-से-ज्यादा विदेशी निवेश आकर्षित करने पर नजर है.
मोदी 26 सितंबर से पांच दिन की अमेरिका यात्रा पर रहेंगे. वह 29 सितंबर को न्यूयॉर्क में 11 शीर्ष उद्योगपतियों से नाश्ते पर मिलेंगे. प्रधानमंत्री जिन उद्योग दिग्गजों से मिलेंगे, उसमें गूगल के कार्यकारी चेयरमैन एरिक ई शमिट, कार्लाइले समूह के सह-संस्थापक और सह-सीईओ डेविड एम रूबेनस्टेन, कारगिल के अध्यक्ष और सीईओ डेविड डब्ल्यू मैकलेनान, मर्क एंड कंपनी के सीईओ केनेथ सी फ्रेजिर, होसपिरा चेयरमैन जान सी स्टेले, सिटीग्रुप के सीईओ एम एल कोर्बट, कैटरपिलर के चेयरमैन और सीईओ डी ओबेरहेलमैन, मास्टर कार्ड के अध्यक्ष और सीईओ अजय बंगा, पेप्सिको की चेयरमैन और सीईओ इंदिरा नूयी शामिल हैं. नूयी और बंगा भारतीय मूल के हैं.
इसी दिन यानी 29 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छह और कंपनी दिग्गजों से एक-एक करके मिलेंगे. गोल्डमैन साक्श के चेयरमैन और सीईओ लॉयड सी ब्लैंकफेन के अलावा बोइंग के चेयरमैन और सीईओ डब्ल्यू जेम्स मेकनेरनी जूनियर, ब्लेक रॉक के चेयरमैन सह सीईओ लॉरेंस डी फिंक, आईबीएम चेयरमैन सह सीईओ गिनी रोमेटी, जनरल इलेक्ट्रिक के चेयरमैन सह सीईओ जेफ इमेल्ट से मिलेंगे.
30 सितंबर को प्रधानमंत्री एक व्यापार बैठक में भी भाग लेंगे. यह बैठक यूएसआईबीसी की ओर से आयोजित की जा रही है. इसमें 300 से 400 कारोबारी शामिल होंगे.
विदेश मंत्रालय के अनुसार प्रधानमंत्री की नेताओं और अधिकारियों के साथ होने वाली बैठक में कुछ समय के लिये एक-दूसरे के देश में जाने वाले कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा और बौद्धिक संपदा अधिकारों के मामले उठने की संभावना है.