प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के साथ पहली द्विपक्षीय बातचीत इस महीने के आखिर में संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर होगी. दोनों देश एक दूसरे के साथ संपर्क बढ़ाने पर सहमत हो गए हैं. यह जानकारी एक शीर्ष अधिकारी ने शनिवार को दी.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरुद्दीन ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी और हसीना संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र से अवकाश के दौरान मुलाकात करेंगे. दोनों नेताओं की यह पहली मुलाकात होगी.
मोदी ने हसीना को 26 मई को हुए अपने शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया था, लेकिन पहले से ही जापान के साथ निर्धारित कूटनीतिक व्यस्तता के कारण वह नहीं आ सकीं.
प्रवक्ता ने कहा कि तीसरे भारत-बांग्लादेश जेसीसी की बैठक यहां शनिवार को हुई जिसमें दोनों पक्ष संपर्क बढ़ाने पर सहमत हुए. बैठक की अध्यक्षतामेजबान बांग्लादेशी विदेश मंत्री अब्दुल हसन महमूद अली और मेहमान विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने की. नई दिल्ली ने ढाका से भारतीय कारोबारियों के लिए बांग्लादेश में विशेष आर्थिक जोन की अनुमति देने का आग्रह किया जहां वे सहायक उद्योग स्थापित कर सकें.
बांग्लादेश के विदेश मंत्री मोहम्मद अली ने सुषमा स्वराज से कहा कि बांग्लादेश ऐसी जगह मुहैया कराने को तैयार है जहां भारत निवेश कर सकता है. बांग्लादेश ने भारत से कहा है कि हमारे पास ऐसे 16 स्थान हैं जिनमें भारत विशेष आर्थिक क्षेत्र के लिए स्थान चयन कर सकता है.
दोनों देश तटीय जहाजरानी स्थापित करने के बारे में शीघ्र समझौते की भी योजना बना रहे हैं. दक्षिण एशिया में बांग्लादेश भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है. दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार छह अरब डॉलर है.