15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण की तैयारियां जोरदार तरीके से चल रही है. इस बात का खास ख्याल रखा जा रहा है कि भविष्य की योजनाओं के साथ पिछले ढाई महीने की सरकार के कामकाज को भी तरीके से पेश किया जा सके.
दो महीने पुरानी सरकार के पास करीने से इतना वक्त भी नहीं बचा कि हर विभाग और मंत्रालयों के कामकाज का अलग-अलग लेखा-जोखा तैयार किया जा सके. सो मोदी ने अपने चार मंत्रियों की एक कमेटी का गठन कर दिया है, जो 15 अगस्त के लिए उनके भाषण का ब्लू प्रिंट तैयार करेगी.
भाषण को लेकर हुई बैठक
इसे लेकर गुरुवार को रसायन और फर्टिलाइजर मंत्री अनंत कुमार के कमरे में बैठक हुई. इसमें कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल, मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने उन मुद्दों पर माथपच्ची की, जो 15 अगस्त को प्रधानमंत्री के भाषण को सुपरहिट बना सकें.
4 मंत्रियों की कमेटी बताएगी कि दो महीने में सरकार ने क्या किया, किस-किस फ्रंट पर कामयाब रही और आने वाले दिनों मे सरकार की सोच और सरोकार क्या होंगे. मोदी ने इन्हीं चारों मंत्रियों को ये जिम्मा सौंपा है कि वो बाकी मंत्रालयों से भी फीडबैक लेकर उनके भाषण का एक ब्लूप्रिंट तैयार करें.
ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ये बताने की कोशिश करेंगे कि हर घर को बिजली के वादे पर सरकार ने अब तक क्या किया. दिल्ली-यूपी समेत कई राज्यों में बिजली संकट को हल करने में केद्र सरकार का रोल क्या रहा. जबकि मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी शिक्षा के क्षेत्र में बदलावों पर बात रखेंगी. रिपोर्ट में बताया जाएगा कि कैसे दिल्ली यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएशन कोर्स तीन साल का किया गया और मोतिहारी में गांधी यूनिवर्सिटी की घोषणा पर सरकार ने कैसे तेजी दिखाई. कानून और आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद जजों की नियुक्ति के लिए कमीशन से लेकर ई गर्वेंस और आईटी नीतियों पर अपने मंत्रालय की कामयाबी समझाएंगे.
11 या 12 तारीख तक मंत्रियों की कमेटी अपने सुझावों पर फुल स्टॉप लगा देगी और इसके बाद मोदी की कलम तय करेगी कि 15 अगस्त को लाल किले से उनके भाषण की गरज और गूंज कितनी होगी.