दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने नैरो गेज काल के दो डिब्बों को घूमते हुए वातानुकूलित रेस्तरां में तब्दील कर दिया है, जो इस किस्म का भारत में पहला रेस्तरां है.
एसईसीआर के महाप्रबंधक एन.एस. कस्तूरीरंगन ने कहा कि रेस्तरां में एक साथ 24 लोग बैठकर खाना खा सकते हैं. आपस में जुड़े ये डिब्बे 80 मीटर के व्यास वाले गोल चक्कर पर घूमते हैं और एक पूरा चक्कर 14 से 15 मिनट में करते हैं.
रेस्तरों को चार एकड़ भूमि पर विकसित किया गया है जहां जोनल रेलवे का नैरो गेज संग्रहालय भी है. इसकी आंतरिक साज सज्जा को भी खूबसूरती से संवारा गया है.
नागपुर के मंडल रेल प्रबंधक एस.एन. अग्रवाल ने कहा कि एसईसीआर के नागपुर मंडल ने इस पर करीब 10 लाख रुपये खर्च किये हैं. उन्होंने कहा कि रेस्तरां में तब्दील दो डिब्बे मूल तौर पर क्रमश: 1908 और 1932 के बने हुए हैं.