एक कंपनी में प्रशिक्षु के रूप में काम कर रहे 10 युवाओं को 19 वर्षीय एक सहकर्मी को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों में चार लड़कियां भी हैं.
पीड़ित प्रानली प्रदीप राणे स्थानीय इंदिरा नगर मोहल्ले की निवासी थी. राणे ने कथित तौर पर रविवार की रात आत्महत्या का प्रयास किया था. उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मंगलवार को मौत हो गयी.
वह सातपुर की एक कंपनी में प्रशिक्षु के रूप में काम कर रही थी. वहां चार लड़कियों सहित 10 अन्य प्रशिक्षु उसे लगातार परेशान कर रहे थे. इससे परेशान राणे ने पहले अपनी कलाई काटने का प्रयास किया और बाद में पंखे से लटक गयी.
लड़की का एक पत्र मिला है, जिसमें उसने अपने सहकर्मियों पर लगातार परेशान करने का आरोप लगाया है. लड़की ने लिखा है कि इन परेशानी से उब कर वह आत्महत्या करने जा रही है. पीड़ित के पिता ने वह पत्र पुलिस को सौंप दिया है.
पुलिस ने दस आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और महाराष्ट्र रैगिंग कानून के तहत एक मामला दर्ज किया है.
पीड़ित के पिता पेशे से प्लंबर हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी बेटी काफी प्रतिभाशाली थी और उच्च प्रशिक्षण के लिए जर्मनी जाने की खातिर उसका चुनाव किया गया था. पीड़ित लड़की के पिता का कहना है कि आरोपी उनकी बेटी से जलते थे इसलिए उन्होंने ऐसा किया.
सभी आरोपी 18-19 साल के हैं. उन्हें स्थानीय अदालत में पेश किया गया जहां उन्हें सात सितंबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.