महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वालीं सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कार्रवाई कर दी है. उन्हें डिफेंस कमेटी से हटा दिया गया है. इसके साथ ही पार्टी से बाहर निकालने की तैयारी शुरू हो गई है.
अपने खिलाफ हुई कार्रवाई के बाद साध्वी प्रज्ञा ने ट्विटर पर कहा, 'कभी-कभी झूठ का बबण्डर इतना गहरा होता है कि दिन में भी रात लगने लगती है, किन्तु सूर्य अपना प्रकाश नहीं खोता. पलभर के बबण्डर मे लोग भ्रमित न हों सूर्य का प्रकाश स्थाई है. सत्य यही है कि कल मैने ऊधम सिंह जी का अपमान नहीं सहा बस.
कभी-2 झूठ का बबण्डर इतना गहरा होता है कि दिन मे भी रात लगने लगती है किन्तु सूर्य अपना प्रकाश नहीं खोता पलभर के बबण्डर मे लोग भ्रमित न हों सूर्य का प्रकाश स्थाई है। सत्य यही है कि कल मैने ऊधम सिंह जी का अपमान नहीं सहा बस।
— Sadhvi Pragya Official (@SadhviPragya_MP) November 28, 2019
दरअसल, बुधवार को लोकसभा में एसपीजी अमेंडमेंट बिल पर चर्चा के दौरान डीएमके के सांसद ए. राजा गोडसे के एक बयान का हवाला दे रहे थे कि उसने महात्मा गांधी को क्यों मारा तो साध्वी प्रज्ञा ने उन्हें टोक दिया. साध्वी ने कहा, 'आप एक देशभक्त का उदाहरण नहीं दे सकते.' हालांकि, प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान को लोकसभा के रिकॉर्ड से हटा दिया गया.
बयान के बाद हुई कार्रवाई
नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताना बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को महंगा पड़ गया. संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने साध्वी प्रज्ञा को रक्षा मंत्रालय की संसदीय समिति से निकाल दिया. इसके साथ ही सत्र के दौरान होने वाले बीजेपी संसदीय दल की बैठकों में भी साध्वी प्रज्ञा को नहीं आने का फरमान सुनाया गया. सूत्रों के हवाले से खबर हैं कि साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ पार्टी की अनुशासन समिति बड़ी कार्यवाही करेगी. उन्हें पार्टी से निष्कासित भी किया जा सकता है.
पहले भी बता चुकी हैं गोडसे को देशभक्त
ये कोई पहली बार नहीं कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया हो. लोकसभा चुनाव के दौरान भी उन्होंने नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था. प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान पर पीएम मोदी ने भी नाराजगी जताई थी. पीएम ने कहा था कि भले ही इस मामले में साध्वी प्रज्ञा ने माफी मांग ली हो, लेकिन मैं अपने मन से उन्हें कभी भी माफ नहीं कर पाऊंगा.