योगेंद्र यादव की अध्यक्षता वाले राजनीतिक दल स्वराज इंडिया के 2 साल पूरे होने पर दिल्ली में राष्ट्रीय परिषद की बैठक हुई. 2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनज़र स्वराज इंडिया की राष्ट्रीय परिषद ने राजनैतिक प्रस्ताव भी पारित किए. इस बैठक के दौरान गणतंत्र पर संकट, चुनाव की चुनौती जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई.
स्थापना दिवस पर स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए योगेंद्र यादव ने मोदी सरकार की तीखी आलोचना की. उन्होंने कहा, "देश आज एक अभूतपूर्व संकट के दौर से गुजर रहा है. वर्तमान सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हो रही है और पीएम मोदी का तिलिस्म टूट रहा है. आज भारत के स्वधर्म को खतरा है. इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है की धर्म को नागरिकता के तौर पर शामिल किया जा रहा है. योगेंद्र यादव ने कहा की मोदी सरकार देश में एक बार फिर "टू नेशन थ्योरी" को थोपना चाह रही है."
स्वराज इंडिया के अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने अपने कार्यकर्ताओं को सलाह दी है कि दुनिया का इतिहास चाटुकार नहीं बनाते, बल्कि विपरीत धारा में चलने वाले लोग बनाते हैं. राष्ट्रीय परिषद की बैठक के अंत में स्वराज इंडिया के 40 सदस्यों वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी का चुनाव भी किया गया. आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी से अलग होने के बाद योगेंद्र यादव से जुड़े लोगों ने दो साल पहले 2 अक्टूबर को स्वराज इंडिया की स्थापना की थी.