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कलाम को आम-ओ-खास ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि, गुरुवार को रामेश्वरम में होंगे सुपुर्दे-खाक

दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि देने के लिए मंगलवार को नई दिल्ली में आम और खास सभी वर्ग के लोगों का तांता लगा रहा. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने 'मिसाइलमैन' को श्रद्धासुमन अर्पित किए

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APJ Abdul Kalam
APJ Abdul Kalam

दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि देने के लिए मंगलवार को नई दिल्ली में आम और खास सभी वर्ग के लोगों का तांता लगा रहा. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने 'मिसाइलमैन' को श्रद्धासुमन अर्पित किए.

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कलाम का अंतिम संस्कार तमिलनाडु में उनकी जन्मस्थली रामेश्वरम में पूरे सैन्य सम्मान के साथ 30 जुलाई को किया जाएगा. मंगलवार को दिल्ली के लुटियन जोन में कलाम के 10, राजाजी मार्ग स्थित आवास पर उनके अंतिम दर्शन के लिए लोगों की लंबी कतारें लगी रहीं जिनमें स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राएं खास तौर पर थे. युवाओं को बड़े सपने देखने के लिए प्रेरित करने वाले और जनता के राष्ट्रपति के तौर पर मशहूर हुए अवुल पाकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम के आखिरी दर्शन के लिए युवा देर तक इंतजार में खड़े देखे गए.

 

रामेश्वरम में होगा अंतिम संस्कार
कलाम के बड़े भाई एम मोहम्मद मीरन मर्राइकर (99) और उनके पूरे परिवार की इच्छा के मुताबिक, गुरुवार को कलाम को रामेश्वरम में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. उनके निधन पर देश में सात दिन के राष्ट्रीय शोक का ऐलान किया गया है.

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संसद के दोनों सदन पूर्व राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि के बाद दो दिन के लिए स्थगित कर दिए गए. वहीं केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रस्ताव पारित कर राष्ट्र के प्रति कलाम की सेवाओं के लिए उनकी प्रशंसा की. राष्ट्रपति मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मोदी और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर और कई गणमान्य लोग पालम टेक्निकल एरिया में मौजूद रहे जहां 83 वर्षीय कलाम की पार्थिव देह शिलॉन्ग से गुवाहाटी के रास्ते यहां लाई गई.

कलाम की पार्थिव देह पहले शिलॉन्ग से गुवाहाटी लाई गयी और गुवाहाटी से भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से दिल्ली लाई गई. पालम टेक्निकल एरिया के टरमक पर तिरंगे में लिपटी उनकी पार्थिव देह को एक डेक पर रखा गया और लोगों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किये.

राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री ने अर्पित की श्रद्धांजलि
पूर्व राष्ट्रपति के पार्थिव शरीर को उनके 10, राजाजी मार्ग स्थित आवास पर ले जाने से पहले उन्हें सेना के तीनों अंगों ने 'गार्ड ऑफ ऑनर' दिया और राष्ट्रपति और अन्य हस्तियों ने मौन रख दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.

हवाईअड्डे से फूलों से सजे वाहन पर कलाम के पार्थिव शरीर को 12 किलोमीटर दूर उनके आवास तक लाया गया. इसके बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, उपराष्ट्रपति, कई केंद्रीय मंत्री और तमाम दलों के नेता और अनेक विशिष्ट व्यक्ति कलाम के राजाजी मार्ग स्थित आवास पर भी पहुंचे और भारत के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रपति कहे जाने वाले कलाम को श्रद्धासुमन अर्पित किए.

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इनमें बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, वरिष्ठ बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत और वामदलों के नेता सीताराम येचुरी और डी राजा शामिल थे. नेताओं ने श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद कलाम के 99 वर्षीय बड़े भाई एम मोहम्मद मीरान मर्राकाइर के दो पौत्रों से शोक-संवेदना प्रकट की.

दिल का दौरा पड़ने से हुआ था निधन
राजनीति, उद्योग जगत, शिक्षा और सिनेमा समेत कई क्षेत्रों के लोगों ने कलाम को देश का सच्चा सपूत और दुर्लभ रत्न करार देते हुए उनके जीवन को याद किया. दिवंगत आत्मा को अंतिम श्रद्धांजलि देने वालों में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, सेना के तीनों अंगों के प्रमुख और भारतीय वायु सेना के मार्शल 96 वर्षीय अर्जन सिंह, क्रिकेटर और राज्यसभा सदस्य सचिन तेंदुलकर आदि शामिल थे.

कलाम सोमवार को शिलॉन्ग में आईआईएम में लेक्चर देते हुए गिर गए थे और दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया था. शिलांग से उनकी पार्थिव देह को पहले वायु सेना के हेलीकॉप्टर में गुवाहाटी लाया गया, जहां असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने श्रद्धांजलि दी. कलाम की पार्थिव देह के साथ मेघालय के राज्यपाल वी षड़मुगनाथन दिल्ली आए थे.

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कई देशों के राजदूतों ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए
पाकिस्तान और इजराइल समेत कई देशों के राजदूतों ने भी पूर्व राष्ट्रपति को श्रद्धांजलि दी, वहीं अमेरिकी राजदूत ने कलाम के निधन पर शोक-संवेदना प्रकट की. केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक आज सुबह हुई जिसमें राष्ट्र के प्रति कलाम की सेवाओं की प्रशंसा करते हुए उनके निधन पर शोक प्रकट करने का प्रस्ताव पारित किया गया. प्रस्ताव में कहा गया, उनके निधन से देश ने एक दूरदृष्टा वैज्ञानिक, सच्चे राष्ट्रवादी और महान सपूत को खो दिया. कलाम को श्रद्धांजलि देने के बाद आज संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी. लोकसभा और राज्यसभा की बैठक अब 30 जुलाई को होगी.

कैबिनेट की बैठक से पहले बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई. प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति असाधारण व्यक्तित्व वाले साधारण व्यक्ति थे, जो जिस पद पर भी रहे अपना सर्वश्रेष्ठ काम किया. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कलाम के निधन से देश ने एक दुर्लभ रत्न खो दिया. मोदी ने कहा कि कलाम को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी कि देश के लिए उनके देखे सपनों को पूरा करने की दिशा में काम किया जाए. लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की ओर से पढ़े गए शोक संदेश के अनुसार, डॉ. कलाम के निधन से देश ने एक दूरदर्शी राजनेता, एक महान वैज्ञानिक, वंचितों के दोस्त और एक नेक इंसान को खो दिया.

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राज्यसभा में सभापति हामिद अंसारी ने कहा कि डॉ. कलाम के शोध और शैक्षिक नेतृत्व ने उन्हें अभूतपूर्व सम्मान एवं प्रतिष्ठा दिलाई तथा उनके नेतृत्व में ही देश के मिसाइल कार्यक्रम की शुरुआत हुई. दोनों सदनों के सदस्यों ने कुछ क्षण के लिए मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी और कार्यवाही स्थगित कर दी गई.

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