भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने धर्मांतरण के खिलाफ राष्ट्रीय सहमति बनाए जाने की जरूरत पर बल दिया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए लोकतांत्रिक तरीके से राष्ट्रीय स्तर पर बहस होनी चाहिए.
उड़ीसा के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने के बाद आडवाणी ने एक बयान जारी कर कहा, "प्रलोभन देकर अथवा दूसरे धर्म की निंदा करके धर्मांतरण करने के विरुद्ध एक सुदृढ़ राष्ट्रीय सहमति बनाने के उद्देश्य से इस पर लोकतांत्रिक ढंग से खुलकर बहस होनी चाहिए."
आडवाणी ने कहा कि धर्मांतरण के विरुद्ध अभियान किसी समुदाय के खिलाफ नहीं हो सकता और न ही होना चाहिए. उन्होंने विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य स्वामी लक्ष्मणानंद सरस्वती की हत्या की निंदा करते हुए दोषियों को दंडित किए जाने की मांग की. उन्होंने गिरिजाघरों पर हुए हमलों की निंदा की और कहा कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति उड़ीसा या किसी भी राज्य में नहीं होनी चाहिए.