नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड को आदेश दिया है कि वह देश के 11 बड़े शहरों का एयर क्वालिटी का पॉल्यूशन डाटा 30 मई तक दे. NGT ने देश के बड़े शहरों में लगातार बढ़ रहे वायु प्रदूषण की वजह से यह आदेश दिया है.
इन 11 बड़े शहरों में से अधिकतर राज्यों की राजधानियां हैं. इनमें लखनऊ, पटना, पुणे, बंगलुरु, चेन्नई, कोलकाता, मुंबई, कानपुर, जालंधर, अमृतसर शामिल हैं.
दरअसल मीडिया मे इन शहरों के बढ़ते प्रदूषण को लेकर लगातार खबरें आ रही हैं, जबकि NGT जनवरी 2016 मे इन शहरों के राज्यों की सरकार को प्रदूषण कम करने के लिए कदम उठाने का निर्देश पहले ही दे चुकी है. हालांकि एजेंसी और सरकार की निष्क्रियता की वजह से प्रदूषण पर अभी तक कोई लगाम नहीं लग पाई है. यही वजह है कि NGT ने सेंट्रल पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड से एयर क्वालिटी का ब्योरा मांगा है.
NGT ले सकती है कड़ा फैसला
दिल्ली एनसीआर को लेकर वायु प्रदूषण से जुड़े मामले NGT, दिल्ली हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट मे पहले से ही चल रहे हैं. दिल्ली सरकार भी प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए पिछले 4 महीने के दौरान 2 बार ऑड-इवन को 15-15 दिन के लिए लागू कर चुकी है. 30 मई को NGT मे होने वाली सुनवाई बेहद अहम होगी क्योंकि 11 शहरों की एयर क्वालिटी अगर खराब पाई गई तो NGT इस मामले मे कोई कड़ा फैसला ले सकती है.