रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने रविवार को कहा कि हथियारों की खरीद में भारत का हित सबसे पहले होगा. हालांकि इजरायल के साथ रक्षा समझौते को लेकर वामपंथी दलों की आपत्ति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह 'अन्य मुद्दों' पर भी ध्यान देते हैं.
पर्रिकर तीन दिवसीय दौरे के तहत इस समय अपने गृहराज्य गोवा में हैं. संवाददाताओं ने जब उनसे मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता सीताराम येचुरी की उस मांग के बारे में पूछा, जिसमें उन्होंने कहा है कि सरकार इजरायल से हथियार खरीदना बंद कर देना चाहिए, क्योंकि इजरायल इस पैसे का इस्तेमाल फिलिस्तीन के खिलाफ अत्याचारों के लिए करता है, तो पर्रिकर ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि येचुरी ने वास्तव में क्या कहा है, इसलिए मैं इस पर टिप्पणी नहीं करुंगा. लेकिन हथियारों की खरीद देश के हित में होगी. मेरे देश का हित सर्वोपरि होगा. इसके बाद कुछ मुद्दे हैं, जिन पर विचार किया जा सकता है.'
येचुरी ने भी पणजी में संवाददाताओं से बातचीत की थी और मांग की थी कि पर्रिकर को इजरायल के साथ हथियारों का सौदा रोक देना चाहिए. येचुरी ने कहा था, 'रक्षा मंत्री को इजरायल के साथ रक्षा सौदा तुरंत खत्म कर देना चाहिए, क्योंकि यही पैसा फिलिस्तीन पर हमले के लिए इस्तेमाल होता है.'
- इनपुट IANS से