भारतीय नौसेना के एक और पोत पर शुक्रवार को दुर्घटना का मामला सामने आया. मझगांव डाक लिमिटेड (एमडीएल) के एक निर्माणाधीन युद्धपोत पर जहरीली गैस के रिसाव के कारण एक कमांडर की मौत हो गई जबकि दो कर्मचारियों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. इससे नौ दिन पहले ऐसी ही दुर्घटना के कारण नौसेना प्रमुख एडमिरल डीके जोशी को इस्तीफा देना पड़ा था.
पिछले सात महीने में नौसेना परिसम्पत्ति से जुड़ी दुर्घटना का यह 11वां मामला है जिसमें कार्बन डाई आक्साइड गैस शरीर में चले जाने से कमांडर कुंतल वाधवा की मौत हो गई. अधिकारियों ने बताया कि एमडीएल द्वारा निर्मित विध्वंसक पोत आईएनएस कोलकाता यार्ड 701 की कार्बन डाई आक्साइड इकाई में उस समय गड़बडी पैदा हो गई, जब उसकी मशीनों का परीक्षण चल रहा था जिसके कारण गैस का रिसाव हो गया.
उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्रालय के गोदी के दो कर्मचारियों को गैस रिसाव के बाद बीमार पड़ने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया. एमडीएल के अधिकारियों ने बताया कि बीमार कर्मचारियों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है. कोलकाता क्लास के यार्ड 701 युद्धपोत को 27 मार्च को सेवा में शामिल किया जाना है. अधिकारियों ने कहा कि इसमें कोई देरी नहीं होगी. नौसेना और शिपयार्ड ने अलग अलग जांच बोर्ड गठित किए हैं.
आज के दुर्घटना से नौ दिन पहले ही पनडुब्बी आईएनएस सिंधुरत्न में आग लगने की घटना में दो अधिकारियों की मौत हो गई थी और रक्षा मंत्री एके एंटनी से इस्तीफे की मांग हुई थी. नौसेना प्रमुख ने इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.