नौसेना रुक-रुककर होने वाले हादसों के सिलसिले से अब तक उबर नहीं पा रही है. नौसेना को उस वक्त एक और झटका लगा, जब एक छोटा युद्धपोत आंध्र प्रदेश में डूब गया.
नौसेना का एक टॉरपीडो रिकवरी जहाज नौसैनिक अभ्यास के दौरान विशाखापट्टनम के समुद्रतट के पास डूब गया. हादसे में एक नौसैनिक की मौत हो गई, जबकि 4 अन्य लापता हैं. युद्धपोत पर सवार 23 नौसैनिकों को बचा लिया गया है. लापता हुए लोगों के लिए तलाशी अभियान शुरू किया गया है. हादसा रात करीब आठ बजे हुआ. घटना के समय जहाज पर 28 लोग थे.
नौसेना ने कहा, ‘यह जहाज एक नियमित अभ्यास के दौरान बेड़े के जहाजों से दागे गए टॉरपीडो इकट्ठे करने के नियमित मिशन पर था, तभी इसके एक कंपार्टमेंट में पानी भरने का पता चला.’
दिल्ली में जारी बयान में नौसेना ने कहा, ‘बचाव अभियान के दौरान चालक दल के एक सदस्य की मृत्यु हो गई और चार जवान लापता हैं. 23 लोगों को क्षेत्र में तैनात तलाशी और बचाव जहाजों ने सुरक्षित बचा लिया है.’
नौसेना के अधिकारियों ने कहा कि पानी भरना उस समय शुरू हुआ, जब जहाज अभ्यास में इस्तेमाल नकली टॉरपीडो जमा करके लौट रहा था.
विशाखापट्टनम में नौसेना के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘घटना विशाखापट्टनम पोस्ट से 10-15 किलोमीटर के दायरे में घटी है.’ उन्होंने कहा कि कुछ पानी भर जाने की वजह से जलपोत डूब गया.
टॉरपीडो रिकवरी वेसल (TRV) एक सहायक जहाज होता है, जिसका इस्तेमाल बेड़े के जहाजों और पनडुब्ब्यिों से अभ्यास के दौरान दागे गए टॉरपीडो को जमा करने के लिए किया जाता है.
23 मीटर लंबे इस जहाज का निर्माण 1983 में गोवा शिपयार्ड द्वारा किया गया था और इसने पिछले 31 साल तक भारतीय नौसेना की सेवा की.
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों में नौसेना को ऐसे कई हादसों का सामना करना पड़ा है. इस तरह की दुर्घटनाओं के मद्देनजर एडमिरल डीके जोशी के इस्तीफे के बाद इस साल 17 अप्रैल को एडमिरल आरके धवन ने नौसेना प्रमुख का पद संभाला था.
---इनपुट भाषा से