छत्तीसगढ़ के सुकमा में एक बार फिर नक्सलियों ने खून-खराबा करके अपनी मौजूदगी का एहसास कराया है. नक्सलियों के हमले में कांग्रेसी नेता महेंद्र कर्मा और उदय मुदलियार समेत 28 लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 पुलिसकर्मी शहीद हो गए. हमले के बाद अन्य 6 नेता लापता बताए जा रहे हैं.
प्राप्त खबरों के मुताबिक नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष नंद कुमार पटेल की भी हत्या कर दी है. पुलिस ने नंदकुमार पटेल का शव बरामद कर लिया है. गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया है कि हमले का असल टारगेट नंद कुमार पटेल ही थे.
कांग्रेसी नेता विद्या चरण शुक्ल इस हमले में जख्मी हो गए हैं. उनकी हालत गंभीर बताई जा रही है. उन्हें 3 गोलियां लगी हैं. कांग्रेस के जो नेता लापता हैं, उनमें नंदकुमार पटेल और उनके बेटे शामिल हैं. कांग्रेसी नेताओं के काफिले में कुल 20 गाडि़यां थीं. काफिले में करीब 120 कार्यकर्ता शामिल थे. एडीजे के मुताबिक, इनमें से एक गाड़ी में जोरदार धमाका हुआ. ये नेता परिवर्तन यात्रा के सिलसिले में सुकमा से जगदलपुर जा रहे थे.
जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने परिवर्तन यात्रा से लौट रहे कांग्रेस के काफिले पर लगातार दो घंटे तक फायरिंग की. हमले में दर्जनों कांग्रेसी नेता व कार्यकर्ता घायल हो गए. घायल कांग्रेस नेता गोपी वाधवानी की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह ने अपनी विकास यात्रा रद्द कर दी है और हालात का जायजा लेने के लिए आपात बैठक बुलाई है. कांग्रेस ने भी परिवर्तन यात्रा रद्द कर दी है और 26 मई को छत्तीसगढ़ बंद का आह्वान किया है.
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल शेखर दत्त ने परिवर्तन यात्रा पर नक्सली हमले की निंदा की है. उन्होंने कहा है कि शांति से चल रही इस यात्रा के दौरान हिंसक साधनों से उसे प्रभावित करने का प्रयास निंदनीय है. उन्होंने कहा है लोकतंत्र में जनता के साथ राजनीतिक कार्यकताओं का मिलना-जुलना स्वाभाविक और जरूरी प्रक्रिया है. इस तरीके की हिंसा कायराना हरकत है.
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी हेलीकॉप्टर से रायपुर लौट चुके हैं. उन्होंने प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की है. घटना पर प्रतिक्रिया देते अजीत जोगी ने कहा कि पता नहीं बीजेपी की किस-किस से अंडरस्टैंडिंग है.
हमलावर नक्सलियों की तादाद करीब 1200 बताई जा रही है. नक्सलियों ने पहले सुकमा जिले की जीरम घाटी में विस्फोट किया. इसके बाद दरभा घाटी के पास गोलीबारी शुरू कर दी. परिवर्तन यात्रा के इस काफिले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, कवासी लखमा, उदय मुदलियार सहित कई बड़े नेता शामिल थे.
गौरतलब है कि नंद कुमार पटेल के काफिले पर इससे पहले भी गरियाबंद के पास नक्सली हमला हुआ था, जिसमें वे बाल-बाल बच गए थे. सुकमा छत्तीसगढ़ के सबसे ज्यादा संवेदनशील इलाकों में एक है. यहां आए दिन नक्सलियों के उत्पात व हमले की खबरें आती रहती हैं. नक्सलियों ने सुकमा के डीएम को अगवा कर लिया था, जिसकी गूंज देशभर में सुनाई पड़ी थी.