प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने राष्ट्रीय प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हम सिर्फ जनता के ऐजेंडे पर काम करते हैं. यूपीए सरकार के एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में आज प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित राष्ट्रीय पत्रकार सम्मेलन में कहा कि नक्सलवाद देश की सबसे बड़ी आंतरिक समस्या है और सरकार उससे निपटने में पूरी तरह सक्षम है. मनमोहन ने कहा कि हमारी असली चुनौतियां अपने घर और पड़ोस में हैं.
यह पूछे जाने पर कि क्या वह अपने वर्तमान कार्यकाल के दौरान प्रधानमंत्री बनने के लिए राहुल गांधी की राह मजबूत करेंगे, मनमोहन सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी जिसके बारे में भी फैसला करेगी, मैं उसके लिए राह मजबूत करने में खुशी महसूस करुंगा.
एक सवाल के जवाब में मनमोहन सिंह ने कहा कि मुझे लगता है कि युवाओं को आगे आना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी जब भी युवाओं को आगे लाने का फैसला करेगी, मुझे उनके लिए जगह बनाने में बहुत खुशी महसूस होगी.
प्रधानमंत्री से जब पूछा गया कि आपने रिटायरमेंट के विषय में विचार किया या नहीं. इस पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे जो काम सौंपा गया है वह काम अभी अधूरा और जब तक यह पूरा नहीं हो जाता मेरे रिटायर होने का सवाल नहीं उठता.
अफजल गुरू पर पूछे गए सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि अफजल गुरू की फांसी को लेकर लंबित क्षमादान याचिका पर कानून अपना काम करेगा. उन्होंने कहा कि सीबीआई एक स्वायत्तशासी संस्था है. हमारी सरकार उसके कामकाज में हस्तक्षेप नहीं करती.{mospagebreak}हेडली के मुद्दे पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्हें अमेरिकी प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि हमें आतंकवादी डेविड हेडली तक पहुंच मुहैया करायी जायेगी.
पाकिस्तान से जुड़े मसले पर मनमोहन सिंह ने कहा कि हम पाकिस्तान के साथ मतभेद को लेकर इस स्तर तक कम करना चाहेंगे कि एक अनुकूल माहौल निर्मित किया जा सके.
आज तक के संवाददाता सुमित अवस्थी द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे सोनिया गांधी और मेरी पत्नी से सतत सलाह मिलती रहती है. दोनों अलग-अलग विषयों पर सलाह देती हैं और मैं उन पर चलता हूं.
मंत्रियों के विवादास्पद बयानों के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे विभिन्न विषय हैं जो मेरे और विभिन्न मंत्रियों के बीच हैं और उनका यहां जवाब देना मेरे लिये उचित नहीं होगा.
प्रधानमंत्री ने उड़ीसा में अवैध खनन के बारे में कहा कि संबंधित मंत्रालय इस पर गौर कर रहा है और अगर कुछ सामने आता है तो हम कार्रवाई करेंगे.
एक सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि हाल ही में हुए दक्षेस सम्मेलन में इस बात पर जोर दिया गया कि न केवल हमारे साझे अतीत ने बल्कि हमारे साझे भविष्य ने भी इस उपमहाद्वीप को एक साथ बांधकर रखा है. पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में सुधार लाना हमारे लिए काफी महत्व रखता है. मनमोहन ने कहा कि हमारी असली चुनौतियां अपने घर और पड़ोस में हैं.