नक्सलियों ने एक बार फिर दो दिनों के बंद का एलान किया है. बिहार, झारखंड और छत्तीसगढ़ में बंद के दौरान हिंसा की आशंका है. इसलिए नक्सल प्रभावित इलाकों से गुजरने वाली कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं और कुछ के रूट बदल दिए गए हैं.
आशंका है कि नक्सल प्रभावित राज्यों में आज और कल दो दिनों तक जनजीवन पटरी से उतरी रहेगी. हाल के दिनों में जिस तरह माओवादियों ने ट्रेनों को निशाना बनाया है उससे प्रशासन पहले से ही सतर्क है.
पूर्व मध्य रेल के मुगलसराय डिवीजन ने ही अकेले दर्जन भर से ज्यादा ट्रेनें या तो निरस्त कर दी हैं या पुनर्निर्धारित की है, पलामू एक्सप्रेस, हाबड़ा-जबलपुर एक्सप्रेस, टाटा-जम्मूतवी एक्सप्रेस हटिया-दिल्ली एक्सप्रेस भी शामिल हैं. नक्सलियों की बौखलाहट की वजह है उनकी चारों तरफ से घेराबंदी.
खास तौर पर झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगते ही नक्सलियों के खिलाफ अभियान तेज हो गया है. चाईबासा और खूंटी से सटे बंदगांव के जंगलों में सुरक्षा बलों की नक्सलियों से तीखी मुठभेड़ चल रही है. एक तरफ है सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन तो दूसरी ओर हैं 300 से ज्यादा माओवादी.
माना जा रहा है कि ऑपरेशन ग्रीन हंट के खिलाफ माओवादियों के बंद का असर झारखंड के साथ-साथ बिहार और छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा रहेगा और लोगों को सफर में भी मुश्किलों को सामना करना पड़ सकता है.