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डांस दिखाने के बहाने युवाओं को जोड़ रहे हैं नक्सली संगठन

नक्सली कमांडर ओडिशा के मलकानगिरि के जंगलों में नए नक्सली रंगरूट की भर्ती करने में जुटे हैं. खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हाल ही में 12वीं कक्षा में जाने वाले 6 युवाओं को नक्सलियों ने गुरिल्ला वॉर शुरू करने के लिए नक्सली ग्रुप में शामिल किया है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

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सुरक्षाबलों ने छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, झारखंड और तेलंगाना जैसे अलग-अलग राज्यों में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे 'ऑपरेशन प्रहार' के बाद बड़ी संख्या में नक्सलियों को ढेर किया है. दूसरी तरफ ऐसी जानकारी है कि कम होते सदस्यों की संख्या से परेशान नक्सली संगठन अब डांस के बहाने युवाओं को अपने ग्रुप में शामिल कराने की कोशिशों में जुटे हैं.

बौखलाए नक्सली जहां एक तरफ सुरक्षाबलों के खिलाफ हमला करने की योजना में जुटे हैं तो दूसरी तरफ नक्सली कमांडरों ने अलग-अलग राज्यों में नए नक्सली रंगरूट का भर्ती अभियान शुरू कर रखा है.

बने नक्सली 6 छात्र

आजतक को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक नक्सली कमांडर ओडिशा के मलकानगिरि के जंगलों में नए नक्सली रंगरूट की भर्ती करने में जुटे हैं. खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक हाल ही में 12वीं कक्षा में जाने वाले 6 युवाओं को नक्सलियों ने गुरिल्ला वॉर शुरू करने के लिए नक्सली ग्रुप में शामिल किया है.

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सुरक्षा बलों ने गृह मंत्रालय को यह जानकारी भी दी कि नक्सली कमांडरों ने ओडिशा के मलकानगिरि, रायगड़ा, कालाहांडी और नयागढ़ के जंगलों में युवाओं को नक्सली बनाने के लिए भर्ती अभियान शुरू कर दिया है. इस भर्ती अभियान में युवाओं को रिझाने के लिए डांस प्रोग्राम का भी आयोजन कर रहे है.

जानकारी के मुताबिक डांस प्रोग्राम को देखने के लिए जब भोले-भाले आदिवासी खासकर युवा एकत्र होते हैं तो उनको वहां पर मौजूद नक्सली कमांडर जो पीएलजीए का पार्ट होता है, वो इनका ब्रेनवाश करता है. जिसके बाद कई युवा नक्सली बनने के लिए तैयार हो जाते हैं.

लगातार अभियान से कम हो रहे नक्सली

नक्सली कमांडर इस समय नक्सलबाड़ी इलाके में सुरक्षाबलों के 'ऑपरेशन प्रहार' से घबराए हुए हैं. हाल ही में सुरक्षाबलों ने महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में 22 और 23 अप्रैल को नक्सलियों के खिलाफ बड़ा ऑपरेशन किया था, जिसमें 40 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने एक ही जगह ढेर कर दिया था.

27 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन किया गया जिसमें 8 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया.

सुरक्षा बलों की ओर से लगातार किए जा रहे ऑपरेशंस से नक्सलियों में जहां एक तरफ डर का माहौल बना हुआ है, वहीं दूसरी तरफ नक्सलियों के मार गिराए जाने और उनके सरेंडर करने से उनकी संख्या में भी काफी कमी हो गई है.

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गोरिल्ला ट्रेनिंग देने में जुटे नक्सली

यही वजह है कि नक्सली कमांडर अब उड़ीसा के मल्कानगिरि, रायगड़ा और कालाहांडी के जंगलों में भोले-भाले आदिवासी युवाओं को नक्सली बनाने और उनको गोरिल्ला ट्रेनिंग देने में जुटे हुए हैं. हालांकि इस इनपुट के बाद सुरक्षा बलों को यह निर्देश दिए गए हैं कि नक्सलियों के इस भर्ती अभियान को हर हाल में विफल किया जाए.

सुरक्षा बल जो इन नक्सली इलाकों में इस वक्त काम कर रहे हैं, उन्होंने इस निर्देश के आधार पर नक्सलियों और उनके कमांडरों के आने जाने और उनके भर्ती अभियान पर निगरानी शुरू कर दिया है.

4 महीने में 103 नक्सली ढेर

रिपोर्ट के मुताबिक इस साल सुरक्षाबलों ने नक्सली इलाकों में 103 खूंखार नक्सलियों को ढेर किया है जिसमें कई नक्सली कमांडर भी शामिल है.

आजतक के पास मौजूद रिपोर्ट के मुताबिक इस साल सबसे ज्यादा 47 नक्सलियों को महाराष्ट्र में सुरक्षाबलों ने ढेर किया है. जबकि छत्तीसगढ़ में 34 नक्सलियों को और झारखंड तथा ओडिशा में क्रमशः 16 और 6 नक्सलियों को सुरक्षाबलों ने अलग-अलग ऑपरेशन में मार गिराया.

जवान भी मारे गए

हालांकि सुरक्षाबलों के इस ऑपरेशन में सुरक्षा बलों के 25 जवान भी शहीद हुए हैं, और इसी दौरान 52 आम नागरिक भी मारे गए. लेकिन केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जिस तरीके से नक्सलियों के खिलाफ अभियान शुरू किया है और हाल ही आई रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ कि नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या में भी कमी आई है.

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गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक नक्सल से प्रभावित देश के 126 जिलों में से सरकार ने 44 जिलों को नक्सल मुक्त क्षेत्र घोषित कर दिया है. देश में अब केवल 82 जिले ही बचे हैं जो नक्सल प्रभावित हैं. हालांकि गृह मंत्रालय की रिपोर्ट की माने तो इसमें नए 8 जिलों को नक्सल प्रभावित इलाके के रूप में शामिल किया गया है. बुरी तरह से नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या 35 से घटकर 30 पहुंच गई है.

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