देश के सभी प्रमुख न्यूज चैनल अब अपने कंटेंट की निगरानी खुद करेंगे. न्यूज चैनलों की संस्था न्यूज बॉडकास्टर्स एसोसिएशन ने इसके लिये एक कंटेंट कोड तैयार किया है. सभी न्यूज चैनल इसका कड़ाई से पालन करेंगे. इसके लिये एनबीए ने न्यूज ब्राडकास्टिंग स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी का गठन किया है. सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जे एस वर्मा की अध्यक्षता में गठित यह आथॉरिटी न्यूज चैनलों पर प्रसारित होनेवाली सामग्री के बारे में दर्शकों की शिकायतों की सुनवाई करेगी औऱ ये तय करेगी कि देश के सारे प्रमुख न्यूज चैनल पत्रकारिता के उच्चतम आदर्शों का पालन करें.
न्यूज ब्राडकास्टर्स एसोसिएशन का कहना है कि वो कंटेंट के सेल्फ रेगुलेशन को लेकर अत्यंत सजग औऱ गंभीर है औऱ सेल्फ रेगुलेशन ही प्रेस की आजादी को बचाये रख सकता है. नौ सदस्यों की इस अथॉरिटी के अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जे एस वर्मा होंगे. इसके अलावा जाने माने लेखक औऱ इतिहासकार रामचंद्र गुहा, नैसकाम के अध्यक्ष किरण कार्णिक, जाने माने समाजशास्त्री प्रो दीपांकर गुप्ता और अर्थशास्त्री नितिन देसाई इसके सदस्य होंगे. इन पांच सदस्यों के अलावा चैनलों की तरफ से चार वरिष्ठ पत्रकार भी अथॉरिटी में शामिल हैं. यह अथॉरिटी 2 अक्टूबर से अपना कामकाज संभालेगी.
इस अथॉरिटी की जिम्मेदारी एनबीए के बनाये कंटेंट कोड को लागू कराने की होगी. एनबीए के मुताबिक मीडिया की जिम्मेदारी सरकार, व्यवस्था और सार्वजनिक जीवन की खामियों को उजागर करने की है. ऐसे में खबरों पर नियंत्रण सरकार की तरफ से लगाया जाये तो उनकी विश्वनीयता पर सवाल उठेगा. यही वजह है कि खुद एनबीए ने न्यूज ब्राडकास्टिंग अथॉरिटी के जरिये न्यूज चैनलों के कंटेंट पर नजर रखने की जिम्मेदारी उठायी है.