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PM मोदी के ऐलान के बाद NCC का विस्तार शुरू, 1 लाख कैडेट लेंगे मिलिट्री ट्रेनिंग

एनसीसी के विस्तार के तहत बॉर्डर और तटीय जिलों से 100000 कैडेट्स को इस संगठन में शामिल किया जाएगा. इसमें 33000 हजार लड़कियां होंगी. रक्षा मंत्रालय ने राज्य सरकारों के सहयोग से 1000 स्कूलों को तटीय और सीमावर्ती जिलों में चिह्नित किया है. इन स्कूलों से एनसीसी के कैडेट्स चुने जाएंगे.

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NCC कैडेट्स (फोटो-पीटीआई)
NCC कैडेट्स (फोटो-पीटीआई)

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  • 1 लाख नौजवानों को मिलिट्री ट्रेनिंग
  • 33 हजार लड़कियां लेंगी NCC ट्रेनिंग
  • बॉर्डर और तटीय इलाकों में विस्तार
15 अगस्त 2020 को लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की घोषणा के बाद राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) का विस्तार शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार अपने संबोधन में कहा था कि 173 सीमावर्ती और तटीय जिलों में NCC का विस्तार किया जा रहा है और मिशन के तहत करीब एक लाख नए कैडेट को विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एनसीसी के विस्तार के प्लान को मंजूरी दे दी है. एनसीसी के विस्तार के तहत बॉर्डर और तटीय जिलों से 100000 कैडेट्स को इस संगठन में शामिल किया जाएगा. इसमें 33000 हजार लड़कियां होंगी. रक्षा मंत्रालय ने राज्य सरकारों के सहयोग से 1000 स्कूलों को तटीय और सीमावर्ती जिलों में चिह्नित किया है. इन स्कूलों से एनसीसी के कैडेट्स चुने जाएंगे.

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एनसीसी की विस्तार योजना के तहत एनसीसी के 83 यूनिट अपग्रेड किए जाएंगे. इनमें से 53 यूनिट आर्मी में, नेवी में 20 यूनिट और एयरफोर्स में 10 यूनिट होंगे. ये यूनिट बॉर्डर और समुद्र तट के जिलों में नए कैडेट्स को ट्रेनिंग देंगे. आर्मी उन जिलों में नए कैडेट्स को ट्रेनिंग देगी जो बॉर्डर से सटे हैं, नेवी के पास उन जिलों में ट्रेनिंग देने की जिम्मेदारी होगी जो समुद्र तट से सटे हुए हैं, जबकि एयर फोर्स वहां ट्रेनिंग देगी जिन जिलों के आस-पास एयरपोर्ट स्टेशन हैं.

सरकार का कहना है कि इस पहल से न सिर्फ युवाओं को सैन्य ट्रेनिंग और अनुशासन पूर्ण जीवन की जानकारी मिलेगी बल्कि वे सेना में शामिल होने को लेकर भी उत्साहित होंगे. एनसीसी के विस्तार का ये प्लान राज्यों के साथ साझीदारी में लागू किया जाएगा.

15 अगस्त को पीएम ने कहा था कि एनसीसी की ट्रेनिंग के बाद सीमावर्ती और तटीय क्षेत्रों में आपदा से मुकाबला करने के लिए प्रशिक्षित नौजवान उपलब्ध होंगे. इसके अलावा सशस्त्र सेनाओं में करियर के लिए युवाओं में आवश्यक कौशल का विकास होगा.

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