अब स्कूलों और कॉलेजों में राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) को वैकल्पिक विषय के तौर पर रखा जाएगा. यही नहीं, इसके लिए छात्रों को क्रेडिट अंक भी दिए जाएंगे. यह जानकारी केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री एम एम पल्लम राजू ने मंगलवार को दी.
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री एम एम पल्लम राजू ने कहा, 'कुछ स्वायत्त कॉलेजों ने पहले ही एनसीसी को विषय बनाने का निर्णय ले लिया है और मैं चाहता हूं कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) और केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के मान्यता प्राप्त सभी संस्थान और स्कूल भी इसे जल्द ही शुरू करें.' करीब 30 स्वायत्त कॉलेज इसी शिक्षा सत्र से एनसीसी कार्यक्रम शुरू करेंगे.
उन्होंने कहा, 'राष्ट्रीय रक्षा अकादमी में एनसीसी का 'सी' प्रमाणपत्र हासिल करने वाले छात्रों के लिए कुछ सीटें आरक्षित होती हैं. मुझे भरोसा है कि कुछ प्रोफेशनल कॉलेज भी 'सी' प्रमाणपत्र हासिल करने वाले छात्रों को छूट देंगे.'
राजू ने कहा कि एनसीसी को वैकल्पिक विषय बनाने का प्रस्ताव पेश करने का मकसद छात्रों में केवल देशभक्ति की भावना पैदा करना ही नहीं, अपितु उनके चरित्र का निर्माण करना और नैतिक मूल्यों का विकास करना भी है.
उन्होंने कहा, 'इसे केवल एक सैन्य विषय के तौर पर नहीं लिया जाना चाहिए. मुझे लगता है कि इससे युवाओं के व्यक्तित्व का विकास करने में मदद मिलती है.'