महंगाई की आग से जली जनता के जख्मों पर कृषि मंत्री शरद पवार की पार्टी ने नमक छिड़कने का काम किया है. पार्टी के मुखपत्र राष्ट्रवादी में लोगों को चीनी ना खाने की सलाह दी गई है.
जब चीनी की चढ़ती कीमत पर कृषि मंत्री शरद पवार लोगों के निशाने पर है, ऐसे वक्त में उनकी पार्टी एनसीपी के मुखपत्र राष्ट्रवादी ने हद ही कर दी है. शरद पवार के बचाव में मुखपत्र ने जो सलाह दी है वो भी कम जलाने वाली नहीं. अखबार ने लिखा है 'चीनी को एसेंसियल कमोडिटी एक्ट के तहत लाने की जरूरत नहीं, क्योंकि चीनी नहीं खाने को मिले तो कोई मरता नहीं. उल्टा शक्कर खाने से डायबिटिज होती है और डायबिटिज होने के बाद लोग चीनी छोड़ ही देते हैं. इसलिए किसी को चीनी खाने की कोई जरूरत नहीं'.
राजनीति का तकाजा है सो पार्टी तो पवार का बचाव करेगी लेकिन वो लोगों को ऐसी सलाह देने लगेगी ये लोगों को हजम नहीं हो रहा. उधर महंगाई के मुद्दे पर सत्ता पक्ष को घेरने में लगी बीजेपी ने एनसीपी की इस सलाह पर सवाल किया है कि लोग क्या क्या खाना छोड़ दें बीजेपी ने एनसीपी के मुखपत्र राष्ट्रवादी में छपी चीनी ना खाने की बात को बचकानी बताते हुए इस मुद्दे पर कांग्रेस और एनसीपी दोनों से सफाई भी मांगी है.