28 जुलाई को नकवी को लिखे पत्र में अनवर ने कहा, 'बिहार हज समिति की ओर से मुझे सूचित किया गया है कि हज यात्रियों पर जीएसटी का बोझ पड़ रहा है. यह दुखद है कि हज समिति के जरिए जाने वाले हज यात्रियों को 18 फीसदी और निजी टूर ऑपरेटरों के माध्यम से जाने वाले हज यात्रियों पर महज पांच फीसदी जीएसटी लग रही है.'
उन्होंने कहा, 'मेरी आपसे अपील की है कि हज यात्रियों को जीएसटी के अतिरिक्त भार से तत्काल मुक्त किया जाए और सभी धार्मिक यात्राओं को जीएसटी के दायरे से बाहर किया जाना चाहिए.'