महिलाओं को ऑनलाइन ट्रोल से बचाने के लिए महिला और बाल विकास मंत्रालय द्वारा कदम उठाने के एक दिन बाद राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष ललिता कुमारमंगलम ने कड़ी आपत्ति जताई और पूछा कि नेट पर कोई कैसे निगरानी रख सकता है.
कुमारमंगलम ने कहा, ‘आप नेट की निगरानी नहीं कर सकते. यह खुला क्षेत्र है, यह लगभग आकाशगंगा की तरह है. अरबों ट्विटर अकाउंट हैं और कोई भी संगठन ट्विटर पर नजर नहीं रख सकता. यह किसी के लिए संभव नहीं है कि वह कहे कि हम हर किसी के ट्विटर को फॉलो कर रहे हैं.’ उन्होंने कहा, ‘साइबर अपराध के साथ समस्या यह है कि यह काफी विशिष्ट अपराध है. विशेषज्ञ इससे नहीं निपट सकते. केवल पुलिस ही इसके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है.’
बहरहाल मेनका गांधी ने ऑनलाइन गाली गलौज और ट्रोल का शिकार लोगों के लिए शिकायत करने की पहल करते हुए कहा कि वे उन्हें गांधीएम ऐट एनआईसी डॉट इन पर शिकायत भेज सकते हैं जिसके एक दिन बाद उनके इनबॉक्स में कई शिकायतें आईं.
महिला और बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा, ‘बुधवार सुबह मुझे ई-मेल के माध्यम से कई शिकायतें मिलीं. इसलिए हमने निर्णय किया है कि हम साइबर प्रकोष्ठ बनाएंगे जहां हर शिकायत पर गौर किया जाएगा.