उपचुनावों में भारतीय जनता पार्टी की लगातार हार से एनडीए में विरोध के सुर उठने लगे हैं. बीजेपी के कई सहयोगी अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं. इस बीच सहयोगियों की नाराजगी पर लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और सांसद चिराग पासवान ने बयान दिया है.
उन्होंने कहा, 'सहयोगी दल जो भी मुद्दे उठा रहे हैं, उनपर खुलकर बात करने के लिए एनडीए की बैठक बुलानी चाहिए. बैठक में तमाम मुद्दों पर खुलकर चर्चा होनी चाहिए.' चिराग ने कहा, 'अब समय आ गया है कि 2019 की तैयारी करनी चाहिए और कमियों से सीखते हुए आगे बढ़ना चाहिए. कोई भी सहयोगी अकेला नहीं है. उनका कोई अनुभव होगा इसलिए उन्होंने ऐसी बातें कही होगी.'
बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर में हुए उपचुनाव में हार के बाद शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी पर हमला बोला था. उन्होंने कहा, 'शिवसेना भविष्य में सभी चुनाव बिना किसी राजनीतिक दल के साथ गठजोड़ के स्वतंत्र रूप से लड़ेगी. उन्होंने कहा, 'भाजपा को अब दोस्तों की जरूरत नहीं है. हम भविष्य में अकेले चुनाव लड़ेंगे.'
चिराग ने आगे कहा, 'जहां तक लोक जनशक्ति पार्टी का सवाल है, हमारा बीजेपी के साथ अच्छा तालमेल है. हम बीजेपी के साथ तालमेल बनाकर चल रहे हैं. हर गठबंधन में सुधार की गुंजाइश होती है.'
लोक जनशक्ति पार्टी के इस युवा नेता ने आगे कहा, 'सहयोगियों में जितनी ज्यादा बातचीत होगी, उतना ज्यादा अच्छा रहता है. एक दूसरे के साथ जितना ज्यादा तालमेल होगा उतना अच्छा है. सुधार की जरूरत रहती है, सुधार होता है. हमें एक बार घटक दलों के साथ बैठकर बातचीत करनी चाहिए. बैठक में चर्चा की जानी चाहिए की कि किन मुद्दों के साथ सही मायनों में चुनाव में उतरने की जरूरत है.'
सबको साथ न लेकर चलने के बीजेपी पर लगे आरोपों पर चिराग पासवान का कहना कि उनके अनुभव होंगे, लेकिन एनडीए की बैठक होगी. उसमें गठबंधन की भीतर की बातें हम लोग आपस में बैठकर समझाने में सक्षम हैं. मुझे नहीं लगता कि इसको सार्वजनिक करने की जरूरत है. हम आपस में बैठकर सुलझा लेंगे हमारा गठबंधन मजबूत है. हम एक साथ मिलकर 2019 में जाएंगे और उपचुनाव में कहां-कहां चूक हुई, कहां गलती हुई इस पर सबसे पहले बैठकर एक मंथन किया जाएगा, ताकि 2019 के चुनाव में हमारा प्रदर्शन बेहतर हो. सबको सीखने की जरूरत होती है.'
चिराग पासवान का कहना है कि सुधार की गुंजाइश रहती है, विचारों का आदान-प्रदान होता है तो बेहतर रहता है.