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‘नमो’ मंत्र से गूंजा इंडिया टुडे कॉनक्लेव

नरेंद्र मोदी ने इंडिया टुडे कॉनक्लेव में देश की प्रगति के लिए कई मंत्र दिए. उन्होंने विकास और गुड गवर्नेंस को ही देश की प्रगति का एकमात्र जरिया बताया.

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नरेंद्र मोदी
नरेंद्र मोदी

नरेंद्र मोदी ने इंडिया टुडे कॉनक्लेव में देश के समग्र विकास के लिए कई मंत्र दिए. उन्होंने विकास और गुड गवर्नेंस को ही देश की प्रगति का एकमात्र जरिया बताया.

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नमो का सोलर मंत्र
नरेंद्र मोदी ने देश के विकास में सौर ऊर्जा का इस्तेमाल किए जाने पर जोर देते हुए कहा कि भारत को वैसे देशों जहां सौर ऊर्जा की भरमार है का नेतृत्व करते हुए सौर ऊर्जा मूवमेंट (Sun's Son Movement) चलाना चाहिए. इससे देश में बिजली की कमी से मुक्ति पायी जा सकती है.

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मोदी ने बताया, ‘गुजरात में हमने नहरों के ऊपर सोलर पैनल बिछाए. प्रति एक किलोमीटर सोलर पैनल से एक मेगावाट बिजली का उत्पादन ही नहीं होता, इससे एक करोड़ लीटर वैसे पानी की बचत भी होती है जिनका पहले वाष्पीकरण हो जाता था.

मोदी का रेलवे मंत्र
मोदी ने रेलवे को बुनियादी जरूरतों का निजीकरण किए जाने की वकालत करते हुए कहा कि वातावरण में सोच की कमी है. उन्होंने कहा, ‘दूषित जल प्रबंधन और सालिड वेस्ट मैनेजमेंट जिससे वातावरण और स्वास्थ्य पर असर पड़ता है उसका निजीकरण किया जा सकता है तो रेलवे जैसी संस्थाओं का क्यों नहीं.’

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पढ़ें इंडिया टुडे कॉनक्‍लेव में मोदी ने क्‍या-क्‍या कहा

मोदी ने कहा, ‘रेलवे के 10 सालों का बजट देखिए. इसमें विकास नहीं दिखता. इसमें कोच, नए ट्रेन और नई लाइनों के विषय में ही चर्चा होती रही है. लेकिन इसमें बंदरगाहों को मुख्य शहरों से जोड़ने की बातें कभी नहीं की गई. तो इसमें बदलाव की जरूरत है क्योंकि इसमें विकास से नहीं दूर-दूर तक नाता.’

मोदी का देशी मंत्र
नरेंद्र मोदी ने देश के विकास पर अपनी सोच का खुलकर इजहार किया. उन्होंने कहा, ‘देश में सरकारें 5 सालों के लिए आती हैं और चली जाती हैं. प्रजातंत्र का मतलब केवल चुनाव नहीं होता. प्रजातंत्र का मतलब है कि सरकार और आम जनता मिलकर देश के विकास के लिए काम करे.’


डेवलपमेंट गारंटी स्कीम मंत्र
मोदी ने कहा, ‘लोगों की सोच बदलनी होगी. नरेगा में काम कर रहे लोगों को यह सोचना चाहिए कि वो देश के लिए 100 दिन दे रहा है. उसे नरेगा को 100 दिनों के रोजगार के अवसर के रूप में नहीं देखना चाहिए. नरेगा का नाम बदल कर ‘100 दिनों का डेवलपमेंट गारंटी स्कीम’ कर देना चाहिए. इससे ही देश में विकास होगा.’

जनसंपर्क मंत्र
मोदी ने कहा, ‘रेल, एयरपोर्ट बनने से सिर्फ विकास नहीं होता. जनता को, लोगों को विकास से जोड़ना जरूरी है. जब तक जनता विकास से सीधी नहीं जुड़ती देश का समुचित विकास नहीं होगा. लोगों की सोच बदलनी होगी. जब तक वो यह नहीं सोचेंगे कि मैं जो काम कर रहा हूं वो देश के लिए कर रहा हूं तब तक विकास नहीं होगा.’

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टैक्स वसूली मंत्र
टैक्स वसूली देश के लिए बड़ी समस्या है इस पर भी मोदी ने अपनी सोच का इजहार किया. उन्होंने कहा, ‘टैक्स की चोरी नहीं होनी चाहिए. कंप्यूटर पर जब मैंने एक शहर की सूची देखी तो नगर के बड़े-बड़े नामों के टैक्स ही बाकी थे. मैंने अधिकारियों से कहा कि इन्हें नोटिस देने से एक रुपया नहीं मिलेगा. मैंने कहा कि लोगों को एक समय दो और साथ ही चेतावनी कि अगली बार ढोल के साथ आएंगे. तो वो अपना टैक्स जरूर देगा और तय मानिए कि इससे 98 फीसदी टैक्स वसूली हो जाएगी.’

टेक्नोलॉजी मंत्र
उन्होंने बताया, ‘गुजरात ने तकनीक की मदद से 16 लाख फर्जी राशन कार्डों से मुक्ति पाई. यहां महिला शिक्षा हमने चैलेंज के रूप में लिया. स्कूलों से ड्रॉप आउट जो पहले 40 फीसदी था वो घटकर अब 2 फीसदी पर आ गया है.’

प्रजातंत्र का सबसे मजबूत आधार है शिकायत निवारण प्रणाली का होना. मैंने कभी अपने अधिकारियों से यह नहीं पूछा कि क्या नहीं हुआ है. मैं हमेशा यह पूछता हूं कि उन्होंने सबसे अच्छा क्या किया है.’
मोदी का FDI मंत्र

रिटेल में एफडीआई की सख्त विरोध करते हुए नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘इससे देश में गैर वांछित सामानों का ढेर लग जाएगा. इससे स्थानीय उत्पाद ईकाईयों को हानि पहुंचेगी.’  मोदी ने एफडीआई पर बहुमूल्य सुझाव देते हुए कहा कि पहले खिड़की खोलनी चाहिए फिर एक दरवाजा फिर दूसरा.

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मोदी का वैश्विक मंत्र
भारत दुनिया के विकसित मुल्कों से कैसे बेहतर हो सकता है इस पर मोदी ने कहा, ‘हमारे पास ऐसी दो चीजें हैं जो चीन से बेहतर हैं. पहलाः देश में युवाओं की तादाद देश की आबादी की 65 फीसदी है. दूसराः हमारे पास प्रजातंत्र है. लेकिन हम इनमें से किसी का सही इस्तेमाल नहीं कर रहे.’

हमें विचारों का संस्थागत तौर पर इस्तेमाल करना चाहिए. यह नेता और व्यक्ति केंद्रित नहीं होना चाहिए.

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