पाकिस्तान के साथ ‘रचनात्मक और निर्बाध वार्ता’ की जरूरत बताते हुए वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मणिशंकर अय्यर ने कहा कि इस प्रक्रिया को उपयोगी बनाने के लिए समय सीमा निर्धारित की जाए.
‘पाकिस्तान, इंडिया एंड द पीस प्रोसेस: द वे फोरवर्ड’ गोष्ठी में राज्यसभा सदस्य ने कहा, ‘‘पिछले 60 वर्षों में कभी भी रचनात्मक और निर्बाध चर्चा नहीं हुई है लेकिन पिछले 30 वर्षों में कुछ हद तक ज्यादा असरदार बात की है.’’ अय्यर ने कहा कि वार्ता में किसी भी पक्ष की ओर से किसी भी प्रकार का वीटो नहीं होना चाहिए ताकि इस प्रक्रिया को सतत रूप से आगे ले जाया जा सके.