राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को कहा कि समाज की मानसिकता में बदलाव लाने की जरूरत है, ताकि महिलाओं के साथ गरिमामय और आदरपूर्ण बर्ताव हो.
यहां राष्ट्रपति भवन में राज्यपालों के 44वें सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मुखर्जी ने कहा कि यह बैठक दिल्ली में एक युवती के साथ क्रूरतापूर्ण सामूहिक दुष्कर्म और बाद में उसकी मौत हो जाने के साए में हो रही है. इस घटना ने समूचे देश के अंत:करण को झकझोर दिया है.
महिलाओं की सुरक्षा में तैनात हो पुलिस: SC
ज्ञात हो कि पिछले वर्ष 29 दिसंबर को सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की मौत सिंगापुर के एक अस्पताल में हो गई थी.
राष्ट्रपति भवन से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, मुखर्जी ने सम्मेलन में कहा कि सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा से संबंधित कानून के प्रावधानों को और सख्त करने की न्यायमूर्ति वर्मा कमेटी की सिफारिशों पर कदम उठाने में तत्परता दिखाई है.
दिल्ली पुलिस को आयी महिलाओं की सुरक्षा की सुध
विज्ञप्ति में कहा गया है कि राष्ट्रपति ने राज्यपालों से अपील की कि वे महिलाओं की सुरक्षा के उपायों में सुधार लाने और उनके कल्याण की दिशा में कार्य करें. उन्होंने कहा कि समाज की मानसिकता में बदलाव लाने की सख्त जरूरत है ताकि महिलाओं के साथ गरिमामय और आदरपूर्ण बर्ताव हो.
राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले वर्ष देश की आंतरिक सुरक्षा की स्थिति में सुधार आया था लेकिन इस दिशा में लगातार सतर्क रहने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि सरकार को आतंकवाद से निपटने के उपायों को सुदृढ़ करने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ता से कायम रहना चाहिए और सीमावर्ती इलाकों में बुनियादी ढांचों को सुधारने के कार्य में तेजी लानी चाहिए.