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नेताजी के पड़पोते की मांग, नेहरू से वापस लिया जाए भारत रत्न

सुभाष चंद्र बोस के एक वंशज ने सोमवार को पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने भारत रत्न वापस लेने की मांग की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की ओर से कथित तौर पर नेताजी के परिवार की जासूसी के मद्देनजर नेहरू से देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान वापस लिया जाना चाहिए.

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Chandra Kumar Bose
Chandra Kumar Bose

नेताजी सुभाष चंद्र बोस के एक वंशज ने सोमवार को पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने भारत रत्न वापस लेने की मांग की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार की ओर से कथित तौर पर नेताजी के परिवार की जासूसी के मद्देनजर नेहरू से देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान वापस लिया जाना चाहिए.

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बोस परिवार के एक सदस्य चंद्र कुमार बोस ने कहा कि इस खुलासे के बाद नेहरू का चरित्र लोगों के सामने आ गया है. नेताजी के पड़पोते चंद्र कुमार ने कहा, 'भारत रत्न एक नागरिक सम्मान है और नेहरू का जिस तरह का चरित्र सामने आया है, उससे वह इस सम्मान के लायक नहीं हैं. देश के लोगों की यह मांग है कि उनसे भारत रत्न वापस लिया जाना चाहिए.'

गौरतलब है कि 'इंडिया टुडे' ने सबसे पहले इस खबर का खुलासा किया था. सरकारी फाइलों के मुताबिक, कांग्रेस सरकार ने आईबी के जरिये बोस के दो भतीजों (शिशिर कुमार बोस और अमिय नाथ बोस) सहित कई रिश्तेदारों की 1948-68 के दौरान 20 वर्षो तक जासूसी की थी. इन 20 वर्षों में से 16 साल तक नेहरू देश के प्रधानमंत्री थे.

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नेताजी से संबंधित 150 से अधिक गोपनीय दस्तावेजों को सार्वजनिक करने की मांग के बीच नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में एक अंतर-मंत्रालयी समिति गठित कर रही है, जो इन फाइलों के संदर्भ में शासकीय गुप्तता अधिनियम की समीक्षा करेगी.

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