पूरा देश फिलहाल मैगी का जायका नहीं चख सकेगा. इसके सभी 9 वेरिएंट को फौरन बाजार से हटाने का निर्देश, उत्पादन और आयात पर भी रोक के बाद मैगी बनाने वाली कंपनी उत्तराखंड हाईकोर्ट अपील की है. खबर है कि नेस्ले इंडिया ने उत्तराखंड सरकार के राज्य में मैगी पर बैन लगाने के फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट में अपील की है. महाराष्ट्र में भी शुक्रवार को पुणे की लैब में मैगी के तीन सैंपल के टेस्ट होने पर राज्य में मैगी बैन कर दी गई है.
एक ओर नेस्ले इंडिया ने मैगी को भारतीय बाजार से वापस लेने का फैसला किया है. दूसरी ओर भारत में मैगी पर कोहराम मचने के बाद अब विदेश में भी नेस्ले का यह प्रोडक्ट जांच के घेरे में आ गया है.
'मैगी के 9 प्रोडक्ट बाजार से हटाए Nestle'
भारत में मैगी के आयात और बिक्री पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है. फूड सेफ्टी एंड स्टैन्डर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) ने Nestle को मैगी के 9 प्रोडक्ट बाजार से हटाने को कहा है.
मैगी पर PMO ने मांगी रिपोर्ट
एक अहम घटनाक्रम में प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने मैगी मामले पर पूरी रिपोर्ट मांगी है. PMO के दखल के बाद मामले की जांच में तेजी आने की उम्मीद बढ़ी है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, 'हम खाद्य सुरक्षा के सारे मानकों को परखेंगे. मैगी ने लेबलिंग के नियमों की अनदेखी की.'
मैगी के सभी घटक तय सीमा में: नेस्ले
भारत में मैगी विवाद में उबाल आने के बाद नेस्ले ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अपना पक्ष रखा. नेस्ले के ग्लोबल सीईओ पॉल बुल्के ने स्वीकार किया कि विवाद से ग्राहकों का भरोसा हिला है. हालांकि उन्होंने यह भी दावा किया कि मैगी में सभी चीजें तय सीमा के भीतर ही हैं. उन्होंने कहा कि कंपनी ग्राहकों की सेहत की हिफाजत के लिए हर मुमकिन कदम उठाएगी.
सिंगापुर-ब्रिटेन में भी मैगी पर विवाद
सिंगापुर में भी भारत से आयात की गई मैगी के सैंपल की जांच की जा रही है. वहां भी मैगी पर बैन लगा दिया गया है.
ब्रिटेन की अथॉरिटी मैगी की जांच करवाकर यह पता लगा रही है कि इसमें सेहत के लिए खतरनाक चीजें मिली हैं या नहीं. अंग्रेजी अखबार 'द टाइम्स ऑफ इंडिया' ने इस बारे में खबर छापी है.
पूरे ब्रिटेन में भारतीय शॉप पर बिकने वाली मैगी को लेकर जांच शुरू की जा चुकी है. ब्रिटेन की फूड स्टैन्डर्ड एजेंसी (FSA) ने कहा कि उसे भारत से मैगी सैंपल की जांच की रिपोर्ट मिली है. एजेंसी यह पता लगा रही है कि क्या ब्रिटेन में बिकनी वाली मैगी में भी तय सीमा से ज्यादा लेडी की मात्रा है या नहीं. ब्रिटेन में FSA का वही दर्जा है, जैसा भारत में फूड सेफ्टी एंड स्टैन्डर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया (FSSAI) का है.
अब तेलंगाना में भी मैगी पर बैन
इस बीच, तेलंगाना में भी मैगी पर बैन लगा दिया गया है. मैगी विवाद पर नेस्ले के CEO शुक्रवार 12 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने वाले हैं.
नेस्ले ने भारत से वापस ली मैगी
टू मिनट नूडल्स 'मैगी' का देश से करीब 30 साल पुराना रिश्ता आखिरकार टूट गया. बैन और मुसीबतों की मार के बीच इसे बनाने वाली कंपनी नेस्ले ने प्रोडक्ट को भारतीय बाजार से वापस लेने का फैसला किया. गुरुवार देर रात कंपनी ने इस बाबत अपनी वेबसाइट पर ऐलान करते हुए कहा, 'हालांकि मैगी पूरी तरह सुरक्षित है, लेकिन कंपनी इसे भारतीय बाजार से वापस लेने जा रही है.'
नेस्ले इंडिया की वेबसाइट पर जारी प्रेस रिलीज में कंपनी ने नेस्ले हाउस, गुड़गांव के हवाले से लिखा है, 'मैगी नूडल्स पूरी तरह सुरक्षित हैं. भारत में 30 वर्षों से इस पर लोगों ने भरोसा किया है. दुर्भाग्य से ताजा घटनाक्रम और निराधार चिंताओं के बीच हमारे ग्राहकों में भ्रम की स्थिति बनी है. ऐसे में कंपनी ने इसे भारतीय बाजार से तत्काल वापस लेने का निर्णय किया है.'
MAGGI Noodles are safe but due to recent developments on unfounded concerns we have decided to withdraw the products http://t.co/PFNKhoIBbX
— Maggi India (@MaggiIndia) June 4, 2015
MAGGI Noodles will return to the shelves as soon as the unfounded concerns have been clarified http://t.co/PFNKhoIBbX
— Maggi India (@MaggiIndia) June 4, 2015
जल्द लौटने का भरोसा जताया
कंपनी ने अपने बयान में मैगी की वापसी को लेकर कोई तारीख तो जारी नहीं की है, लेकिन लिखा है कि इसे जल्द फिर से ग्राहकों तक पहुंचाया जाएगा. कंपनी ने लिखा है, 'हम वादा करते हैं कि मौजूदा स्थिति के स्पष्ट होने के बाद विश्वसनीय मैगी नूडल्स जल्द ही बाजार में वापसी करेगी'. नेस्ले ने अपने बयान में इस बात पर जोर दिया है कि तमाम आरोप और भ्रम की स्थिति के बीच मैगी पूरी तरह सुरक्षित है.
सेहत के लिए खतरनाक केमिकल पर हंगामा
गौरतलब है कि मैगी टेस्टमेकर में सेहत के दुश्मन रसायनों की खबर ने बीते कुछ दिनों से बाजार में खलबली मचा दी है. लगातार आ रही जांच रिपोर्ट के बीच दिल्ली के बाद गुजरात, जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और तमिलनाडु सरकार ने भी मैगी की बिक्री पर रोक लगा दी. वहीं सेना और नेवी ने भी मैगी की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया.