पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने कभी प्रधानमंत्री की पिटाई करने का कोई बयान नहीं दिया. उन्होंने मीडिया पर 'तथ्यों को तोड़मोड़' करके पेश करने का आरोप लगाया.
ममता ने कहा, 'मैंने क्या कहा था? मैंने तो बस इतना ही कहा था कि हमारी वित्तीय हालत को लेकर मैं प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) से कई बार मिलने गई. मैं उनसे लोकतांत्रिक तरीके से मिल सकती हूं और अपनी बात रख सकती हूं. मैं उनकी पिटाई नहीं कर सकती.'
उन्होंने कहा, 'गलत क्या है? मैंने कभी नहीं कहा मैं उन्हें पीटूंगी. जांच कीजिए मैंने क्या कहा. तथ्यों में घालमेल कर लोगों को गुमराह करने की कोशिश मत कीजिए.'
उर्वरकों की कीमत बढ़ाने पर केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए बनर्जी ने सोमवार को एक रैली में कहा था, 'मैंने प्रधानमंत्री से कम से कम 10 बार व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की. इसके अलावा मैं और कर भी क्या सकती हूं. क्या मैं जाऊं और उनकी उनकी पिटाई करूं? तब तो लोग मुझे गुंडा ही कहेंगे ना. खैर जाने दीजिए वे मुझे यही कहते भी हैं, लेकिन मैं इसकी परवाह नहीं करती. मैं लोगों के हित में किसी भी सीमा तक जा सकती हूं.'
ममता के इस बयान की चारो तरफ निंदा हुई और कांग्रेस ने 'अलोकतांत्रिक भाषा का इस्तेमाल कर प्रधानमंत्री को आहत करने' के लिए उनसे माफी मांगने को कहा.
केंद्रीय शहरी विकास राज्य मंत्री दीपा दासमुंशी ने कहा, 'एक मुख्यमंत्री द्वारा प्रधानमंत्री के लिए इस प्रकार के शब्दों का प्रयोग पूरी तरह अस्विकार्य है. हम तुरंत माफी मांगने की मांग करते हैं. हम राजयव्यापी आंदोलन करेंगे.'