देश के सबसे पुराने सांसदों में से एक और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को अब संसद में एक नया साथी मिला है. अपनी आवाज और दमदार भाषणों के लिए वह दशकों से जाने जाते रहे हैं. लेकिन उनकी पार्टी की ही नई सरकार के आने के बाद वे चुपचाप लोक सभा की कार्यवाही में हिस्सा लेते हैं और बिना कुछ बोले निकल जाते हैं.
लेकिन अब उन्हें एक साथी मिल गया है जो संसद तो आता है लेकिन कुछ बोले बगैर वहां से निकल जाता है. वह सदस्य हैं कांग्रेस के उपाध्यक्ष राहुल गांधी. राहुल लोकसभा में आते हैं और वहां बैठते हैं फिर चुपचाप निकल जाते हैं. इस तरह से दोनों बड़े नेता परोक्ष रूप से एक दूसरे के साथी हो गए हैं. कई बार तो राहुल सदन में आते भी नहीं हैं लेकिन जब वह आते हैं तो ज्यादातर समय चुप ही रहते हैं.
इसे आप वक्त का फेर कहें या कुछ और लेकिन लालकृष्ण आडवाणी राजनीतिक तन्हाई में दिन गुजार रहे हैं और कभी भी संसद में किसी तरह की प्रतिक्रिया व्यक्त करते नहीं दिखते.