यात्री भाड़े में 14.2 प्रतिशत की वृद्धि प्रभावी हो जाने के साथ ही बुधवार से रेल यात्रा महंगी हो गई हैं. यात्री भाड़े में भारी वृद्धि के साथ ही बुधवार से सभी वर्गों के माल भाड़े में भी 6.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई है.
आर्थिक तंगी से जूझ रही रेलवे ने संसद में रेल बजट पेश किये जाने से तीन हफ्ते पहले 20 जून को इस वृद्धि की घोषणा की थी. इस कदम से रेलवे को 8000 करोड़ रुपये की आय होगी. हालांकि महंगे किराये को लेकर सियासी घमासान के बीच मुंबई की लोकल ट्रेनों का बढ़ा किराया वापस ले लिया गया है. सेकेंड क्लास से 80 किलोमीटर तक सफर करने वाले यात्रियों को पुराना किराया ही देना होगा.
बुनियादी किरायों में वृद्धि 25 जून या इसके बाद की यात्राओं के लिए पूर्व में जारी किए गए टिकटों पर भी लागू होगी. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार जिन्होंने किराये में बढ़ोतरी की घोषणा से पहले ही टिकट खरीद लिये थे उन्हें किराये के अंतर को बुकिंग ऑफिस या ट्रेनों में चुकाना पड़ेगा.
अधिकारी ने कहा कि आरक्षण शुल्क एवं सुपरफास्ट अधिभार जैसे अन्य प्रभारों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. इसी के साथ जहां भी लागू होते हैं, ऐसे प्रभारों को मौजूदा निर्देशों अनुरूप अतिरिक्त रूप से लगाया जाएगा.