कैश वैन लूट राज्यों में एक बड़ी समस्या है जिससे निपटने के लिए गृह मंत्रालय ने सजगता दिखाते हुए राज्यों में कैश वैन चोरी, डकैती को लेकर नए रेगुलेशन जारी किये हैं, गृह मंत्रालय सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कैश वैन लूट के लिए गृह मंत्रालय ने मॉडल रूल्स बनाए हैं.
इसके मुताबिक कैश वैन की सुरक्षा उसकी गार्डिंग आर्म्स और ऑपरेशन ,गार्ड की क्या ट्रेनिंग होनी चाहिए साथ ही किस समय शहरों और गांवों में कैश वैन को लेकर जाना है उसकी पूरी विस्तृत जानकारी राज्यों को गृह मंत्रालय ने शेयर किया है. दरअसल प्रतिदिन 8000 कैश वैन देशभर में करेंसी बैंकों तक लाने और ले जाने का काम करती हैं.
गृह मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक इन कैश वैन के जरिए करीब 50 हजार करोड़ रुपए प्रतिदिन ट्रांसपोर्टेशन होता है, जिनको बैंक में उसके एटीएम में, डाकघर और अन्य जगहों पर पहुंचाया जाता है. गृह मंत्रालय द्वारा जारी नई गाइडलाइन के मुताबिक राज्य सरकार यह सुनिश्चित करेगी की प्राइवेट संस्थाओं द्वारा गाए स्वयं लाने और ले जाने के लिए एक निश्चित समय होगा.
सूत्रों से मिली जानकारी के रात 9:00 बजे के बाद शहरों में कैश वैन का मूवमेंट नहीं होगा इसी तरीके से शाम 6:00 बजे के बाद गांव में कैश वैन को पैसा लेकर नहीं भेजा जाएगा. वहीं नक्सली इलाकों में कैश वैन 9:00 से 4:00 बजे के बीच में ही बैंकों और एटीएम तक ले जाया जाएगा. यही नहीं गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक कैश वैन गाड़ियों में जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम लगा होगा जिसकी रेगुलर मॉनीटरिंग होगी.
दरअसल, जम्मू- कश्मीर सहित देश के दूसरे राज्यों में कैश वैन लूट और डकैटी की कई घटनाएं हुई हैं अकेले जम्मू कश्मीर में कैश की किल्लत से जूझ रहे आतंकी दर्जनभर से ज्यादा कैश वैन और एटीएम की लूट की है. कैश वैन लूट को बचाने के लिए गृह मंत्रालय की यह गाइडलाइन उस ओर भी बड़ी ताकीद करती हैं जिससे कि आतंकी और खतरनाक लोगों के पास पैसा ना पहुंच सके.
हाल ही में जम्मू कश्मीर में आतंकियों ने कैश वैन लूट के जरिए लाखों रुपए अपने कब्जे में कर लिए हैं, जिसके चलते केंद्र सरकार चिंतित है कि कहीं इस पैसे का इस्तेमाल आतंकी घटनाओं में खतरनाक आतंकी ना कर ले, यही वजह है कि गृह मंत्रालय ने राज्यों को नई गाइडलाइन जारी करते हुए यह कहा है कि कैश वैन लूट को बचाने के लिए राज्य और प्राइवेट कंपनियां जो पैसे को लाने और ले जाने के लिए काम करती हैं वह कड़े कदम उठाए.