scorecardresearch
 

बिना पकाये ही खाया जा सकेगा नये किस्म का चावल

देश में चावल की एक नयी किस्म विकसित की गयी है जिसे बनाने के लिए स्टोव या गैस यानी आग की जरूरत नहीं है बल्कि इसे सिर्फ भिगोकर खाने लायक बनाया जाता है.

Advertisement
X

देश में चावल की एक नयी किस्म विकसित की गयी है जिसे बनाने के लिए स्टोव या गैस यानी आग की जरूरत नहीं है बल्कि इसे सिर्फ भिगोकर खाने लायक बनाया जाता है.

अन्नाद्रमुक के डा. के मलयसामी द्वारा पूछे गए प्रश्नों के लिखित उत्तर में कृषि राज्यमंत्री डा. के वी थामस ने शुक्रवार को राज्यसभा को बताया कि अधोनीबोड़ा नामक चावल को बिना उबाले या बगैर भाप में रखे लगभग 40 मिनट तक सामान्य पानी में भिगोकर खाने के लिए उपयुक्त पाया गया है.

थॉमस ने बताया कि भारतीय कृषि अनुसंधान के टीटाबोर (असम) केन्द्र द्वारा विकसित धान की इस नयी प्रजाति का नाम अधोनीबोड़ा है. उन्होंने बताया कि इस नयी किस्म का यह लाभ है कि इसके पकने के दौरान पोषक तत्वों की कोई हानि नहीं होती है. थॉमस ने बताया कि चूंकि अभी इस किस्म के धान की खेती और उपज कम है अत: सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिए इसके वितरण की कोई योजना नहीं है.

Advertisement
Advertisement