किसानों को कर्ज मुक्त बनाने और फसल की लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य दिए जाने की मांग को लेकर 2 दिवसीय आंदोलन के पहले दिन गुरुवार को किसानों के साथ डॉक्टर, वकील, पूर्व सैनिक, पेशेवर और छात्रों सहित समाज के तमाम वर्गों के लोगों के समूह रामलीला मैदान में एकत्र हो गए. आज किसान रामलीला मैदान से संसद मार्ग तक पैदल मार्च निकालने वाले हैं.
1. दिल्ली में किसानों का 'आक्रोश मार्च', कर्ज माफी की मांग को लेकर आज घेरेंगे संसद
देश के विभिन्न भागों से दिल्ली के प्रवेश मार्गों पर एकत्र होकर आंदोलनकारियों का रामलीला मैदान तक पैदल और वाहनों से पहुंचने का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा. अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले लगभग 200 किसान संगठनों, राजनीतिक दलों और अन्य समाजिक संगठनों से किसानों की मांग का समर्थन करते हुये आंदोलन में भागीदारी की है.
2. पृथ्वी शॉ चोटिल, टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया सीरीज से पहले बड़ा झटका
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 6 दिसंबर से शुरू हो रही चार टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले भारत के लिए अच्छी खबर नहीं है. सिडनी ग्राउंड पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया XI के विरुद्ध अभ्यास मैच के तीसरे दिन सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ चोटिल हो गए हैं.
3. शाह का वसुंधरा से मतभेद से इनकार, 3 राज्यों में जीत का किया दावा
राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले आजतक ने राज्य की नब्ज टटोलने की कोशिश की. इस दौरान गुरुवार को आजतक के खास कार्यक्रम 'पंचायत आजतक ' के अंतिम सत्र 'फिर खिलेगा कमल!' में बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने चुनावों में अपनी जीत के दावों को दोहराते हुए कई और मुद्दों पर चर्चा की.
4. दंतेवाड़ा में नक्सलियों के साथ मुठभेड़, पुलिस ने पकड़े 8 नक्सली
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में शुक्रवार सुबह पुलिस और नक्सलियों के बीच जबर्दस्त मुठभेड़ हुई. मुठभेड़ में पुलिस ने 8 नक्सलियों को पकड़ लिया है. साथ ही पुलिस ने नक्सलियों के कैम्प को तबाह कर दिया है. जिला DRG, CRPF और किरंदुल पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में इस मुठभेड़ को अंजाम दिया. मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने 8 नक्सलियों को पकड़ने के अलावा घटनास्थल से एक 303 राइफल बरामद किया है.
5. 200 KM पैदल चल मुक्ति मार्च के लिए दिल्ली आई हैं महिला किसान
बढ़ते बैंक कर्ज, फसल की बर्बादी, कर्ज चुकाने के तरीकों की कमी जैसे कुछ मुद्दों को लेकर किसान आज दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इस प्रदर्शन में बड़ी तादाद में महिला किसान भी शामिल हैं. सत्ता के गलियारों तक अपनी आवाज पहुंचाने की उम्मीद लेकर देश के कोने-कोने से आए हजारों किसानों ने अपनी मांगें मनवाने के लिए दो दिवसीय विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उनके प्रदर्शन को वामपंथी दलों का समर्थन प्राप्त है.