चीन में कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है. चीन में कोरोना से मरने वालों की संख्या 106 पहुंच गई है. वहीं शाहीन बाग के मुद्दे पर बीजेपी के निरंतर हमलों से जूझते रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अब इस मुद्दे को लेकर आक्रामक तेवर अपना लिए हैं. असम को देश से अलग करने का बयान देने के आरोपी शरजील इमाम के समर्थन में जेएनयू में नारे लगे.
1- कोरोना वायरस से बढ़ा मौतों का आंकड़ा, 106 मरे, 1300 नए केस आए सामने
कोरोना वायरस से मौत का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. चीन में अब तक 106 लोगों की मौत हुई है, जबकि 1300 नए मामले सामने आए हैं. सेंट्रल हुबेई प्रांत में स्वास्थ्य आयोग ने कहा कि 24 और लोगों की मौत वायरस से हुई है और 1,291 अधिक लोग संक्रमित हुए हैं. अभी तक 4000 से अधिक केस सामने आ चुके हैं. चीन से निकलकर कोरोना वायरस दूसरे देश में पांव पसार रहा है. अमेरिका, हांगकांग, मकाऊ, ताईवान और भारत के बाद अब श्रीलंका में भी कोरोन वायरस के संदिग्ध मिले हैं.
2- शाहीन बाग को लेकर फ्रंटफुट पर आए अरविंद केजरीवाल, अमित शाह पर दागे कई सवाल
दिल्ली विधानसभा चुनाव प्रचार में राजधानी के शाहीन बाग में नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन का मुद्दा अचानक तूल पकड़ने लगा है. बीजेपी इस मसले को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को घेर रही है. वहीं, सोमवार को शाहीन बाग के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल फ्रंटफुट पर आ गए. सीएम केजरीवाल ने बीजेपी पर पलटवार करते हुए सीधे बीजेपी पर ही सवाल खड़ा कर दिया और कहा कि भाजपा शाहीन बाग पर राजनीति कर रही है, इसीलिए चुनाव खत्म होने तक वो रास्ता नहीं खुलवाना चाहती.
3- शरजील इमाम के समर्थन में उतरे JNU छात्र, केस वापस लेने की मांग
भड़काऊ भाषण देने के मामले में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के छात्र शरजील इमाम के खिलाफ छह राज्यों में केस दर्ज किए गए हैं. उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने बिहार के जहानाबाद जिला स्थित उसके पैतृक आवास समेत असम, अरुणाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली और मणिपुर में छापेमारी की है. हालांकि, शरजील पुलिस की पकड़ से बाहर है. इस बीच JNU में शरजील के पक्ष में नारेबाजी की घटना सामने आई है.
4- NPR के खिलाफ एक और याचिका, SC ने केंद्र को भेजा नोटिस
राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लेकर एक और याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. अपनी याचिका में तीन किसानों ने एनपीआर के अपडेशन की प्रक्रिया को शून्य घोषित करते हुए असंवैधानिक करार देने की मांग की है. इससे पहले भी सुप्रीम कोर्ट एनपीआर की दो याचिकाओं पर केंद्र को नोटिस भेज चुका है. याचिकाकर्ता उदगार राम, बिमलेश कुमार यादव और संजय साफी ने नागरिकता अधिनियम, 1955 की धारा 14-ए को चुनौती दी है, जिसे 2004 में एक संशोधन के माध्यम से जोड़ा गया था.
5- उत्तराखंड कांग्रेस में बगावत, नई टीम बनते ही बड़े नेता का इस्तीफा
उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव में अभी लंबा वक्त है, लेकिन कांग्रेस ने उसकी तैयारी शुरू कर दी है. कांग्रेस ने नई टीम बनाई है और राज्य कार्यकारिणी का गठन किया है. हालांकि, इस टीम की घोषणा के साथ ही पार्टी में बगावत के सुर भी उठने लगे हैं. 70 सीट की विधानसभा में पहले ही कांग्रेस 11 विधायकों के साथ हाशिए पर खड़ी है. ऐसे में कांग्रेस में बगावत के सुर पार्टी के लिए अच्छी खबर नहीं है.