भारत के कड़े विरोध के बाद आखिरकार फिलिस्तीन ने अपने राजदूत वलीद अबु अली को पाकिस्तान से वापस बुलाने का फैसला ले लिया है. विजय रूपाणी के दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद अब मंत्रालयों के बंटवारे पर उप मुख्यमंत्री की नाराजगी की खबरें आ रही हैं. एक साथ पढ़िए शनिवार शाम की पांच बड़ी खबरें.
1- भारत के विरोध पर फिलिस्तीन ने अपने राजदूत को PAK से बुलाया वापस, हाफिज संग दिखे थे मंच पर
भारत के कड़े विरोध के बाद आखिरकार फिलिस्तीन ने अपने राजदूत वलीद अबु अली को पाकिस्तान से वापस बुलाने का फैसला ले लिया है. इसके साथ ही वलीद अबु अली की मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद से मुलाकात पर खेद जताया और राजदूत के खिलाफ उचित कदम उठाने की बात कही.
2- नितिन पटेल ने तोड़ी चुप्पी: सत्ता नहीं, मान-सम्मान की है लड़ाई, हाईकमान पर छोड़ा फैसला
गुजरात चुनाव जीतने के बाद भी भाजपा के लिए आगे की राह आसान नहीं दिख रही. विजय रूपाणी के दूसरी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद अब मंत्रालयों के बंटवारे पर उप मुख्यमंत्री की नाराजगी की खबरें आ रही हैं. आज खुद डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि विजय रूपाणी के मुख्यमंत्री बनने से उन्हें कोई दिक्कत नहीं है. वे सिर्फ इतना चाहते हैं कि उनका सम्मान बना रहे.
3- शादी के बाद मैदान में लौटे कोहली, खूब बहाया पसीना, VIDEO
शादी के बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली मैदान पर लौट आए हैं. साउथ अफ्रीका के खिलाफ 5 जनवरी से खेले जाने वाले केपटाउन टेस्ट से पहले उन्होंने नेट पर अपनी बल्लेबाजी परखी. 29 साल के विराट श्रीलंका के खिलाफ दिल्ली टेस्ट (2-6 दिसंबर) के बाद ब्रेक पर चले गए थे. शनिवार को विराट के अलावा चेतेश्वर पुजारा सहित अन्य बल्लेबाजों ने नेट पर खुद को आजमाया.
4- मोस्ट वॉन्टेड आतंकी हाफिज सईद ने नए साल के लिए बनाया नया प्लान
भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी हाफिज सईद ने नए साल के लिए नया आतंकी प्लान तैयार किया है. उसने नए साल के दो दिन पहले ही नए साल की शैतानी योजना का ऐलान कर दिया. अपने गढ़ रावलपिंडी में हाफिज ने भरे मंच से खुलेआम कश्मीर के खिलाफ जहर उगला और आतंकी कार्रवाई की शपथ दिलाई.
5- स्मार्ट सिटी फंड का फंडा: मिले 9,860 करोड़, खर्च हुए सिर्फ 645 करोड़
स्मार्ट सिटी योजना के तहत जारी की राशि की महज 7 फीसदी हिस्सा ही खर्च हो पाई है. इस योजना के तहत देश के 60 शहरों के लिए 9,860 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई थी. जिसमें से महज 645 करोड़ रुपये ही खर्च हुए हैं. शहरी विकास मंत्रालय ने इसके प्रति चिंता जाहिर की है. स्मार्ट सिटी योजना के तहत शहरी विकास मंत्रालय ने 40 शहरों की सूची बनाकर सभी को 196 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की थी.