1- बेगूसराय मॉब लिंचिंग केस: 6 नामजद, 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR
बेगूसराय मॉब लिंचिंग मामले में शनिवार रात पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है. तीन अपराधियों की पीट-पीटकर हत्या करने के आरोप में पुलिस ने 6 लोगों के खिलाफ नामजद और 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. बेगूसराय के SP आदित्य कुमार ने शनिवार को आजतक से खास बातचीत में कहा कि वह इस पूरे मामले की जांच कर रहे हैं और पुलिस के पास जो मोबाइल वीडियो फुटेज उपलब्ध है. उसके आधार पर लिंचिंग की घटना में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है.
2- कोहली को कप्तानी से बर्खास्त किए जाने की खबरों पर ये बोली RCB
इंग्लैंड के ओवल में जारी सीरीज के पांचवें टेस्ट मैच के दूसरे दिन इंग्लैंड भारत के खिलाफ मैच में मजबूत स्थिति में है. वहीं दूसरी ओर ऐसी भी खबरें सामने आ रही हैं कि रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने विराट कोहली को कप्तानी से बर्खास्त कर दिया है, इससे पहले इन खबरों पर और अटकलबाजी हो IPL की टीम आरसीबी बयान के साथ सामने आई है. आरसीबी ने कोहली को कप्तानी से बर्खास्त किए जाने की किसी भी खबरों से इंकार किया है.
3- हर मोर्चे पर फेल मोदी, मैं भी बनना चाहता हूं प्रधानमंत्री: आजम खान
सपा नेता और उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके आजम खान ने शनिवार को एक एक करके कई सियासी तीर छोड़े. उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार को हर मोर्चे पर फेल बताते हुए एकबार फिर प्रधानमंत्री बनने की ख्वाहिश जाहिर की. सपा के दिवंगत नेता इजहार हुसैन के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शरीक होने बाराबंकी आए आजम खान ने ये बातें कही.
4- पाकिस्तान में मरियम नवाज से मिलकर आते, तो असली पंजाबी होते सिद्धू: तारिक फतह
पाकिस्तानी लेखक तारिक फतह ने पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के पाकिस्तान जाने और वहां के आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा से गले मिलने की कड़ी आलोचना की है. 'आजतक' के खास कार्यक्रम 'सीधी बात' में एक सवाल का जवाब देते हुए तारिक फतह ने कहा कि इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने पाकिस्तान जाने और वहां के आर्मी चीफ बाजवा से गले मिलने का सिद्धू का कदम गलत था.
5- आखिर धार्मिक कट्टरपंथ के आगे क्यों नतमस्तक हुई पाकिस्तान सरकार?
पाकिस्तान की नई पीटीआई सरकार ने नवगठित आर्थिक सलाहकार परिषद में चुने गए अर्थशास्त्री आतिफ आर. मियां को अहमदिया समुदाय के होने की वजह से हटा दिया है. दरअसल, आतिफ मियां की 18 सदस्यीय आर्थिक सलाहकार परिषद में नियुक्ति के बाद पाकिस्तान के धार्मिक कट्टरपंथियों समेत राजनीतिक दलों ने विरोध शुरू कर दिया था.