शिवसेना ने नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे आंदोलन के बीच बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए मुसलमानों को देश से बाहर करने का राग अलापा है. केरल में चीन से लौटे सात लोगों को निगरानी में रखा गया है. वहीं ओडिशा के भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर निर्माणाधीन लिंक बिल्डिंग की छत गिरने से एक की मौत हो गई, जबकि एक मजदूर घायल हो गया.
1- शिवसेना बोली- PAK और बांग्लादेश से आए मुसलमानों को देश से बाहर निकाल फेंकना चाहिए
शिवसेना के मुखपत्र सामना में पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मुसलमान घुसपैठियों के खिलाफ एक बार फिर से आवाज बुलंद की गई है. शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में लिखा कि देश में घुसे पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मुसलमानों को बाहर निकलाना चाहिए. सामना में एमएनएस अध्यक्ष राज ठाकरे पर भी तंज कसा गया है. शिवसेना ने सामना में कहा कि पाकिस्तानी और बांग्लादेशी मुसलमानों को बाहर निकालने के लिए किसी राजनीतिक दल को अपना झंडा बदलना पड़े, ये मजेदार है.
2- कोरोना वायरस: केरल में अलर्ट, चीन से लौटे सात लोग निगरानी में
भारत में कोरोना वायरस का खतरा बढ़ रहा है. केरल में चीन से लौटे 7 लोगों को निगरानी में रखा गया है. इन लोगों को लेकर स्वास्थ्य विभाग बेहद सतर्क है और कई लेवल पर इनकी निगरानी की जा रही है. चीन से लौटे इन पैसेंजरों में कोरोना वायरस होने के कोई लक्षण तो नहीं दिखे हैं, लेकिन डॉक्टरों ने इन्हें अभी आम लोगों से दूर रखा है.
3- ओडिशा: भुवनेश्वर एयरपोर्ट टर्मिनल पर निर्माणाधीन छत ढहने से 1 की मौत, 1 घायल
ओडिशा के भुवनेश्वर एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 और टर्मिनल 2 को जोड़ने वाली एक लिंक बिल्डिंग के निर्माणाधीन छत के गिरने की वजह से एक व्यक्ति की मौत हो गई है, वहीं एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया है. घायल शख्स को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बनी हुई है.
4- भूकंप के झटकों से दहल उठा तुर्की, 18 की मौत, 200 से ज्यादा घायल
तुर्की में भूकंप की वजह से भारी तबाही मची है. इस भूकंप में तुर्की की कई इमारतें जमींदोज हो गई हैं, वहीं अब तक 18 लोगों की मौत हो गई है. यह भूकंप इतना तीव्र था कि इसके झटके पड़ोसी मुल्कों इराक, सीरिया और लेबनान में भी महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.7 मापी गई है. भूकंप से करीब 10 बिल्डिंग जमींदोज हुए हैं.
5- गणतंत्र दिवस: दिल्ली में कड़ी सुरक्षा, 22 हजार पुलिस, CAPF की 48 कंपनियां तैनात
गणतंत्र दिवस समारोह को दिखते हुए पूरी दिल्ली किले में तब्दील हो गई है. समारोह स्थल के आसपास सेंट्रल दिल्ली और राजपथ के आसपास मल्टी लेयर्स सुरक्षा का घेरा बनाया गया है. सुरक्षा के लिए एनएसजी, एसपीजी और आईटीबीपी के कमांडों की भी तैनाती की गई है. दिल्ली पुलिस के 22 हजार जवानों के अलावा सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स की 48 कंपनियां तैनात की गई है.