पठानकोट हमले पर पाकिस्तान को घेरने के लिए भारत अमेरिका से मदद ले रहा है. NIA ने एफबीआई सहित कुछ विदेशी जांच एजेंसियों से संपर्क साधा है, जिसमें कनाडा की जांच एजेंसी भी शामिल है. NIA के अधिकारियों और FBI के अधिकारियों के बीच शुक्रवार को करीब 3 घंटे तक बैठक चली. बैठक में FBI के 6 अधिकारी शामिल हुए.
पठानकोट में मिले सबूत की जांच
सूत्रों के मुताबिक, भारत साइबर सबूत मजबूत करने के लिए एफबीआई सहित कुछ विदेशी एजेंसियों से मदद ले रहा है. पाकिस्तान से संचालित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने कई इलेक्ट्रॉनिक सबूत छोड़े थे. वहीं हमले के तुरंत बाद ही जैश के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर के भाई रऊफ को अकलाम वेबसाइट और रंगनूर ऑनलाइन नामक वेबसाइटों पर वीडियो में हमले की जवाबदेही स्वीकार करते देखा गया था. ये दोनों वेबसाइटें अमेरिकी डोमेन सर्विस प्रोवाइडर द्वारा दिए गए हैं.
कई वेबसाइट्स पर आतंकी गतिविधियां
भारत की जांच एजेंसी अब इस सर्विस प्रोवाइडर के जरिये उसके सर्वर से कुछ महत्तव पूर्ण जानकारी हासिल कर रहा है. दरअसल पाकिस्तान सरकार के दावे के खिलाफ जैश-ए-मोहम्मद खुलेआम पाकिस्तान में अपने स्टॉल लगा कर चंदा इकट्ठा करता है. इतना ही नहीं, उसकी कई बेवसाइट्स पर चंदा देने के नंबर लिखे हुए हैं. रंगों नूर ऑनलाइन वेबसाइट, अल कलाम ऑनलाइन वेबसाइट और अल अहमद ट्रस्ट के नाम से ये वो ऑनलाइन साइबर साइट्स हैं जिनके माध्यम से जैश अपनी हिंदुस्तान के खिलाफ नापाक मुहिम के लिए पैसा जुटाता है.
बैंक खातों की जांच में FBI की मदद
यही नहीं नेशनल जांच एजेंसी ने अमेरिका की मदद से मसूद अजहर पर शिकंजा कसने की पूरी तैयारी के साथ FBI को एनआईए ने मसूद अजहर और जैश-ए-मोहम्मद ऐसे अकांउट की जानकारी दी है जिनका रिश्ता विदेशी बैंकों से है. एनआईए ने ऐसे तीन बैंक अकाउंट की मनी ट्रैल का पता लगाकर अमेरिका की जांच एजेंसी FBI से खातों को सीज करने में मदद मांगी है. इन खातों में जमा पैसे से जैश आतंकी गतिविधियों को अंजाम देता है.
सबूत के बावजूद पाकिस्तान पलटा
गौरतलब है कि पठानकोट हमले में पाकिस्तान की मदद के तमाम वादे झूठ की भेंट चढ़ रहे हैं. पाकिस्तान से आई ज्वाइंट इंवेस्टीगेशन टीम को मौका-ए-वारदात दिखाने से लेकर तमाम सबूत पेश किए गए. लेकिन पाकिस्तान की ओर से कार्रवाई कोई उम्मीद नहीं दिखी. यहां तक कि भारतीय जांच एजेंसियों को मिली जानकारी के मुताबिक मसूद अजहर भी अपने ठिकानों पर खुला घूम रहा है. ऐसे में एनआईए ने मसूद और उसके संगठन की आर्थिक ताकत को तोड़ने की अपनी कोशिश तेज कर दी है.