टेरर फंडिंग के मामले में नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के बेटे नसीम गिलानी और मीरवाइज उमर फारुक को सोमवार को दिल्ली में पूछताछ के लिए बुलाया है. एनआईए के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब इन दोनों अलगाववादी नेताओं से दिल्ली में कड़ी पूछताछ की जाएगी. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इन दोनों से एनआईए, 2017 में दर्ज किए गए टेरर फंडिंग के एक केस में पूछताछ करेगी. नसीम गिलानी से पहले भी एनआईए पूछताछ कर चुकी है.
अलगाववादियों की संपत्ति हो सकती है ज़ब्त
गृह मंत्रालय के सूत्रों ने आजतक को यह जानकारी दी है कि अब इन हुर्रियत और अलगाववादी नेताओं पर सरकार ने और ज्यादा शिकंजा कसने का प्लान तैयार कर लिया है. सूत्रों ने आजतक को जानकारी दी है कि इसके लिए गृह मंत्रालय में गृह सचिव राजीव गौबा के नेतृत्व में शुक्रवार शाम बड़ी मीटिंग हुई. इस मीटिंग में गृह सचिव राजीव गौबा के साथ-साथ आईबी चीफ राजीव जैन, एनआईए चीफ वाईसी मोदी, एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट के चीफ और सीबीडीटी के चीफ भी मौजूद थे. सूत्र बताते हैं कि जिस तरीके से कश्मीर घाटी में आतंकवाद पर नकेल कसने की पूरी कोशिश सरकार की तरफ से की जा रही है. उससे साफ है कि सरकार अब अलगाववादियों को बख़्शने के मूड में नहीं है. इसी के मद्देनजर अलगाववादियों से दिल्ली में टेरर फंडिंग के मामले में पूछताछ की तैयारी है. वहीं, दूसरी तरफ उनकी आर्थिक नाकेबंदी करने के लिए ईडी और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट आने वाले दिनों में कड़े कदम उठा सकती है.
अलगाववादियों के घर से मिले आतंकी संगठन के लेटर हेड
बता दें कि अलगाववादियों पर शिकंजा कसने के साथ-साथ केंद्र सरकार ने हाल ही में जमात-ए-इस्लामी, जो कि किसी न किसी रूप में अलगाववादियों का पीछे से समर्थन कर रही थी उस पर बैन लगाया है. यही नहीं, 26 फरवरी को एनआईए की टीम ने टेरर फंडिंग के मामले में कश्मीर घाटी में कई जगहों पर छापेमारी भी की थी जिसमें यासीन मलिक,शब्बीर शाह, मीरवाइज़ उमर फ़ारुक, मोहम्मद अशरफ़ खान, मसर्रत आलम, ज़फर अकबर भट्ट, और सैयद अली शाह गिलानी के बेटे नसीम गिलानी शामिल हैं. एनआईए की 60 सदस्य टीम ने जिस दिन छापेमारी की थी उस दिन इन सभी अलगाववादी नेताओं के घरों से कई महत्वपूर्ण कागजात मिले थे. एनआईए ने इन महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ-साथ इनके घरों से बैंक के लेन देन के अकाउंट, प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज, लैपटॉप, ई टैबलेट्स, मोबाइल फोन, पेन ड्राइव ,आधुनिक कम्युनिकेशन सिस्टम, और आतंकियो के लेटर हेड को भी जब्त किया था, इसकी स्क्रूटनी के बाद एनआईए को कई टेरर फंडिंग के लीड मिले हैं. जिसके आधार पर एनआईए अब एक-एक कर इन अलगाववादी नेताओं से पूछताछ कर इन पर शिकंजा कस रही है. पहले चरण में एनआईए ने मीरवाइज उमर फारुक और सैयद अली शाह गिलानी के बेटे नसीम गिलानी को पूछताछ के लिए बुलाया है आने वाले दिनों में दूसरे अलगाववादियों से भी कड़ी पूछताछ होगी.
अलगाववादियों के घर से मिले आतंकी संगठन के लेटर हेड
बता दें कि अलगाववादियों पर शिकंजा कसने के साथ-साथ केंद्र सरकार ने हाल ही में जमात ए इस्लामी, जो कि किसी न किसी रूप में अलगाववादियों का पीछे से समर्थन कर रही थी, उस पर बैन लगाकर शिकंजा कसा है. यही नहीं 26 फरवरी को एनआईए की टीम ने टेरर फंडिंग के मामले में कश्मीर घाटी में कई जगहों पर छापेमारी भी की थी जिसमें यासीन मलिक,शब्बीर शाह, मीरवाईज़ उमर फ़ारुख, मोहम्मद अशरफ़ खान, मसरत आलम,ज़फर अकबर भट्ट, और सैयद अली शाह गिलानी के बेटे नसीम गिलानी शामिल हैं. एनआईए की 60 सदस्य टीम ने जिस दिन छापेमारी की थी उस दिन इन सभी अलगाववादी नेताओं के घरों से कई महत्वपूर्ण कागजात मिले थे. एनआईए ने इन महत्वपूर्ण दस्तावेजों के साथ-साथ इनके घरों से बैंक के लेन-देन के अकाउंट, प्रॉपर्टी के डॉक्यूमेंट इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज, लैपटॉप ई टैबलेट्स, मोबाइल फोन, पेन ड्राइव, आधुनिक कम्युनिकेशन सिस्टम और आतंकियो के लेटर हेड को भी जब्त किया था. इसकी स्क्रूटनी के बाद एनआईए को कई टेरर फंडिंग के लीड मिले हैं. जिसके आधार पर एनआईए अब एक-एक कर इन अलगाववादी नेताओं से पूछताछ कर इन पर शिकंजा कस रही है. पहले चरण में एनआईए ने मीरवाइज उमर फारूक और सैयद अली शाह गिलानी के बेटे नसीम गिलानी को पूछताछ के लिए बुलाया है. आने वाले दिनों में दूसरे अलगववादियों से भी कड़ी पूछताछ होगी.