राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली की एक अदालत में दायर अपनी उस याचिका को गुरुवार को वापस ले लिया जिसमें भारत में आतंकवादी साजिश रचने के लिए संदिग्ध आतंकवादी डेविड हेडली और तहव्वुर हुसैन राणा के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने की मांग की गयी थी.
जांच एजेंसी का कहना है कि अमेरिका इन संदिग्ध आतंकवादियों तक पहुंच मुहैया करा रहा है. इसके साथ ही एजेंसी ने भारत में आतंकवादी हमलों की साजिश रचने के मामले में पाकिस्तान में रह रहे जकीउर रहमान लखवी, हाफिज सईद और पाकिस्तानी सेना के दो अधिकारियों सहित चार लोगों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करने के लिए ताजा आवेदन दायर किया है.
एनआईए ने इन लोगों के खिलाफ इस आधार पर गैर जमानती वारंट जारी करने की मांग की है कि उनके खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करवाने के लिए ऐसा करना आवश्यक है. जिला और सत्र न्यायाधीश एस पी गर्ग ने एनआईए को केस डायरी की प्रतिलिपि पेश करने के लिए कहा ताकि आरोपियों के खिलाफ विशिष्ट आरोपों का निर्धारण किया जा सके.
अमेरिका के इलिनोइस शहर में एफबीआई की हिरासत में मौजूद हेडली और राणा के अलावा एनआईए ने लखवी, सईद, पाकिस्तानी सेना के मेजर इकबाल और मेजर समीर अली, साजिद मीर और अब्दुल रहमान को 11 नवंबर को दर्ज प्राथमिकी में आरोपी बनाया गया है. {mospagebreak}
आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है जिसमें गैरकानूनी गतिविधि (निरोधक) अधिनियम और दक्षेस संधि (आतंकवाद की रोकथाम), भारत सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ने से निपटने और हथियार तथा गोलाबारूद खरीदने जैसे मामले शामिल हैं.
फिलहाल सभी आरोपी भारत से बाहर निवास कर रहे हैं. एनआईए ने प्राथमिकी में एफबीआई द्वारा दी गयी सूचनाओं पर गौर करते हुए कहा है कि हेडली और अन्य द्वारा रची गयी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए एक विस्तृत जांच की जरूरत है. जांच एजेंसी का एक दल हाल में एक न्यायाधीश के साथ हेडली का बयान दर्ज करने के लिए इलिनोइस गया था जिसने भारतीय एजेंसी के समक्ष उपस्थित होने के लिए अमेरिका के अपने वकील को सहमति दी थी.
हेडली और पाकिस्तानी मूल के कनाडियाई नागरिक राणा आतंकवादी संगठन लश्कर ए तैयबा और हूजी संचालकों के संपर्क में सितंबर 2006 में आये थे और उन्होंने उनके साथ मिलकर नई दिल्ली और देश के अन्य स्थानों पर आतंकवादी हमलों की साजिश रची थी.
भारत की अनेक यात्राओं के अलावा हेडली ने आव्रजन विधिक सलाहकार के बहुरूप में आबू धाबी से दिल्ली की गत वर्ष सात फरवरी को यात्रा की थी और लगभग दस दिनों तक यहां ठहरने के बाद मुंबई चला गया था. पाकिस्तान स्थित आका भारत में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने के लिए हेडली और राणा के साथ लगातार संपर्क में थे. लाहौर और कराची के मेजर इकबाल और मेजर समीर अली पाकिस्तानी सेना में तैनात हैं.