तेलंगाना में वेटरनी डॉक्टर की गैंगरेप और हत्या के बाद चारों आरोपियों को एक एनकाउंटर में मार गिराया गया. इस एनकाउंटर पर लोगों की मिली जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है. एक तरफ लोग जहां इस एनकाउंटर को सही ठहरा रहे हैं, वहीं एक बड़ा तबका इसे न्यायिक तंत्र के खिलाफ और कानून का उल्लंघन बता रहा है.
इस बीच महिला आईपीएस निहारिका भट्ट ने इस एनकाउंटर पर कहा है, 'इस एनकाउंटर पर लोगों का जश्न आपराधिक मामलों में हमारे न्यायिक तंत्र पर तमाचा है. न्यायिक जवाबदेही इस वक्त की जरूरत है.' दरअसल, हैदराबाद गैंगरेप के चारों आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था. यह एनकाउंटर नेशनल हाइवे-44 के पास गुरुवार देर रात हुआ.
The celebrations after the encounter is a slap on the face of our country’s Criminal Justice System. Judicial accountability is need of the hour.
— Niharika Bhatt, IPS (@niharika_bhatt) December 6, 2019
वहीं इस मामले पर आईपीएस पंकज जैन ने भी ट्वीट कर अपनी बात रखी है.
Justice delayed is justice denied,
Justice hurried is justice buried.
— Pankaj Nain IPS (@ipspankajnain) December 6, 2019
क्या है मामला?
पुलिस हैदराबाद गैंगरेप आरोपियों को एनएच-44 पर क्राइम सीन रिक्रिएट कराने के लिए लेकर गई थी. पुलिस के मुताबिक, चारों आरोपियों ने मौके से भागने की कोशिश की, तभी पुलिस ने चारों आरोपियों को मार गिराया. घटना हैदराबाद से 50 किलोमीटर दूर शादनगर शहर के चाटनपेल्ली में गुरुवार सुबह छह बजे हुई.
आरोपियों को उसी स्थान पर ढेर कर दिया गया, जहां उन लोगों ने 27 नवंबर की रात हैदराबाद के बाहरी इलाके में शमशाबाद टोल प्लाजा के पास डॉक्टर युवती को सामूहिक दुष्कर्म का शिकार बनाने के बाद हत्या कर शव को पेट्रोल छिड़ककर जलाने का प्रयास किया था.