निर्भया सामूहिक बलात्कार मामले के नाबालिग दोषी की रिहाई में दो दिन से भी कम वक्त बचा है, ऐसे में पीड़िता के अभिभावकों ने अंदेशा जताया कि वह 'समाज के लिए खतरा' हो सकता है और उन्होंने मांग की कि उसे रिहा करने से पहले उसकी मानसिक स्थिति का आकलन किया जाए.
पीड़िता के पिता ने कहा, 'हमारी मांग है कि उसे मुक्त घूमने की अनुमति न दी जाए. वह समाज के लिए एक खतरा है. उसे रिहा करने से पहले उसकी मानसिक स्थिति का आकलन किया जाए ताकि वह किसी और लड़की पर हमला नहीं करे जैसा कि उसने हमारी बेटी के साथ किया.'
रिहा हो रहे दोषी की उस समय उम्र 18 वर्ष से कम थी. ऐसा माना जाता है कि निर्भया मामले में उसने ही सबसे ज्यादा घातक चोट पीड़िता को पहुंचाई थी. इस घटना के 13 दिन बाद निर्भया की अस्पताल में मौत हो गई थी.
इनपुट- भाषा